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यात्रा प्रतिबंध में ढील को कोरोना के अंत के रूप में न देखें, सतर्क रहें : एक्सपर्ट

कोरोना के घटते मामलों के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ प्रतिबंधों में ढील दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि इसे पूरे तौर पर छूट के दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए, लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए. गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

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प्रतीकात्मक फोटो
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Published : Mar 1, 2022, 8:44 PM IST

नई दिल्ली : भारत ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय कोविड-19 दिशानिर्देशों में कई प्रतिबंधों में छूट दी है (relaxation in Covid19 guidelines) . इसके एक दिन बाद भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र के एक प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. तामोरिश कोले (Dr Tamorish Kole) ने कहा कि सोमवार को जारी की गई छूट स्थिति विशिष्ट थी, लेकिन इसे पूरी तरह से प्रतिबंधों में छूट के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.

दरअसल यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी को आसान बनाने के लिए सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ ढील दी है. इसका जिक्र करते हुए डॉ. कोले ने कहा कि इन छूटों को एक बिंदु और स्थिति विशिष्ट के रूप में देखा जाना चाहिए, ये किसी भी तरह से छूट के अंत को नहीं दर्शाता है. एशियन सोसाइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ. कोले ने कहा, 'कोविड 19 गाइडलाइन का पालन अगले निर्देश तक सभी को करना है.'

स्वास्थ्य मंत्रालय ने यूक्रेन से आगमन के लिए मानवीय आधार पर कुछ ढील दी है. यात्रा से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट होने, टीकाकरण प्रमाणपत्र अपलोड करने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है. इससे पहले भारत में Covid19 मामलों में गिरावट के साथ, सरकार ने पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशानिर्देशों को भी संशोधित किया था. भारत में कोरोना के कुल 92,472 सक्रिय मामले हैं. सकारात्मकता दर 1.11 प्रतिशत है.

14 दिन तक करनी होगी स्वास्थ्य की निगरानी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को जारी अपने दिशा-निर्देशों में कहा था कि यदि कोई यात्री आगमन पूर्व आरटी पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट देने में सक्षम नहीं है या जिन्होंने अपना कोविड-19 टीकाकरण पूरा नहीं किया है उन्हें सलाह के साथ आगमन पर अपने नमूने जमा करने की अनुमति दी गई है. भारत आने के बाद 14 दिनों तक अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करनी होगी.

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के महासचिव डॉ. जयेश एम लेले इस संवाददाता से बात करते हुए कहा कि जैसे-जैसे कोविड के मामले काफी कम हो रहे हैं, सरकार ने अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों में ढील देने का रुख अपनाया है. डॉ. लेले ने कहा, 'हमने देखा है कि पिछले कुछ हफ्तों में मामलों में भारी कमी आ रही है. दूसरे, लोगों का एक बड़ा वर्ग पहले से ही टीके की खुराक ले चुका है. यही वजह है कि ओमीक्रोन वैरिएंट (Omicron variant) का संक्रमण रुका.'

उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर सभी देश कोविड दिशा-निर्देशों में ढील दे रहे हैं. लेले ने भारत की टीकाकरण प्रक्रिया की तारीफ की. उन्होंने कहा कि 'इस बात की आशंका थी कि तीसरी लहर कई और लोगों को संक्रमित करेगी, लेकिन हम पिछले कुछ हफ्तों में स्थिति को नियंत्रित करने में सक्षम हुए.'

हालांकि, उन्होंने कहा कि लोगों को कोविड से बचने के लिए उचित व्यवहार का पालन करना चाहिए. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने अब तक 177.70 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी है.

पढ़ें- यूक्रेन से वापस लौटे भारतीयों को आइसोलेशन में नहीं रखा जा रहा : सरकार

नई दिल्ली : भारत ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय कोविड-19 दिशानिर्देशों में कई प्रतिबंधों में छूट दी है (relaxation in Covid19 guidelines) . इसके एक दिन बाद भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र के एक प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. तामोरिश कोले (Dr Tamorish Kole) ने कहा कि सोमवार को जारी की गई छूट स्थिति विशिष्ट थी, लेकिन इसे पूरी तरह से प्रतिबंधों में छूट के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.

दरअसल यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी को आसान बनाने के लिए सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ ढील दी है. इसका जिक्र करते हुए डॉ. कोले ने कहा कि इन छूटों को एक बिंदु और स्थिति विशिष्ट के रूप में देखा जाना चाहिए, ये किसी भी तरह से छूट के अंत को नहीं दर्शाता है. एशियन सोसाइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ. कोले ने कहा, 'कोविड 19 गाइडलाइन का पालन अगले निर्देश तक सभी को करना है.'

स्वास्थ्य मंत्रालय ने यूक्रेन से आगमन के लिए मानवीय आधार पर कुछ ढील दी है. यात्रा से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट होने, टीकाकरण प्रमाणपत्र अपलोड करने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है. इससे पहले भारत में Covid19 मामलों में गिरावट के साथ, सरकार ने पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशानिर्देशों को भी संशोधित किया था. भारत में कोरोना के कुल 92,472 सक्रिय मामले हैं. सकारात्मकता दर 1.11 प्रतिशत है.

14 दिन तक करनी होगी स्वास्थ्य की निगरानी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को जारी अपने दिशा-निर्देशों में कहा था कि यदि कोई यात्री आगमन पूर्व आरटी पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट देने में सक्षम नहीं है या जिन्होंने अपना कोविड-19 टीकाकरण पूरा नहीं किया है उन्हें सलाह के साथ आगमन पर अपने नमूने जमा करने की अनुमति दी गई है. भारत आने के बाद 14 दिनों तक अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करनी होगी.

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के महासचिव डॉ. जयेश एम लेले इस संवाददाता से बात करते हुए कहा कि जैसे-जैसे कोविड के मामले काफी कम हो रहे हैं, सरकार ने अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों में ढील देने का रुख अपनाया है. डॉ. लेले ने कहा, 'हमने देखा है कि पिछले कुछ हफ्तों में मामलों में भारी कमी आ रही है. दूसरे, लोगों का एक बड़ा वर्ग पहले से ही टीके की खुराक ले चुका है. यही वजह है कि ओमीक्रोन वैरिएंट (Omicron variant) का संक्रमण रुका.'

उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर सभी देश कोविड दिशा-निर्देशों में ढील दे रहे हैं. लेले ने भारत की टीकाकरण प्रक्रिया की तारीफ की. उन्होंने कहा कि 'इस बात की आशंका थी कि तीसरी लहर कई और लोगों को संक्रमित करेगी, लेकिन हम पिछले कुछ हफ्तों में स्थिति को नियंत्रित करने में सक्षम हुए.'

हालांकि, उन्होंने कहा कि लोगों को कोविड से बचने के लिए उचित व्यवहार का पालन करना चाहिए. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने अब तक 177.70 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी है.

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