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भूटान में जल विद्युत परियोजना के वित्त पोषण के लिए आरईसी, पीएफसी ने किया समझौता - hydropower project

भूटान में 600 मेगावाट क्षमता की पनबिजली परियोजना के लिए भारत के सार्वजनिक क्षेत्र की आरईसी और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) ने खोलोंगचू हाइड्रो एनर्जी लि. (केएचईएल) के साथ समझौता किया है.

जल विद्युत परियोजना
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Published : Mar 11, 2021, 11:10 AM IST

नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की आरईसी और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) ने भूटान में 600 मेगावाट क्षमता की पनबिजली परियोजना के वित्त पोषण के लिए पड़ोसी देश की खोलोंगचू हाइड्रो एनर्जी लि. (केएचईएल) के साथ समझौता किया है.

केएचईएल, सार्वजनिक क्षेत्र की एसजेवीएन इंडिया और ड्रक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन (भूटान) की संयुक्त उद्यम कंपनी है. इसमें दोनों की हिस्सेदारी 50:50 के अनुपात में है. इसका गठन 600 मेगावाट की खोलोंगचू जल विद्युत परियोजना के विकास के लिए किया गया है.

आरईसी ने एक बयान में कहा कि पीएफसी के साथ आरईसी ने नौ मार्च, 2021 को खोलोंगचू हाइड्रो एनर्जी लि. के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता भूटान के पूर्वी क्षेत्र त्राशीयांगत्से में 600 मेगावाट क्षमता की जल विद्युत परियोजना के वित्त पोषण के लिए है.

पढ़ें :- भारत और भूटान ने किए 600 मेगावाट हाइड्रोपावर परियोजना पर हस्ताक्षर

बयान के अनुसार परियोजना का वित्त पोषण 70:30 कर्ज-इक्विटी अनुपात में होगा. समझौते के तहत आरईसी 2,029 करोड़ रुपये का कर्ज उपलब्ध कराएगी. शेष ऋण पीएफसी (2,029 करोड़ रुपये), एनपीपीएफ, भूटान (200 करोड़ रुपये) और बैंक ऑफ भूटान (200 करोड़ रुपये) उपलब्ध कराएंगे.

नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की आरईसी और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) ने भूटान में 600 मेगावाट क्षमता की पनबिजली परियोजना के वित्त पोषण के लिए पड़ोसी देश की खोलोंगचू हाइड्रो एनर्जी लि. (केएचईएल) के साथ समझौता किया है.

केएचईएल, सार्वजनिक क्षेत्र की एसजेवीएन इंडिया और ड्रक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन (भूटान) की संयुक्त उद्यम कंपनी है. इसमें दोनों की हिस्सेदारी 50:50 के अनुपात में है. इसका गठन 600 मेगावाट की खोलोंगचू जल विद्युत परियोजना के विकास के लिए किया गया है.

आरईसी ने एक बयान में कहा कि पीएफसी के साथ आरईसी ने नौ मार्च, 2021 को खोलोंगचू हाइड्रो एनर्जी लि. के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता भूटान के पूर्वी क्षेत्र त्राशीयांगत्से में 600 मेगावाट क्षमता की जल विद्युत परियोजना के वित्त पोषण के लिए है.

पढ़ें :- भारत और भूटान ने किए 600 मेगावाट हाइड्रोपावर परियोजना पर हस्ताक्षर

बयान के अनुसार परियोजना का वित्त पोषण 70:30 कर्ज-इक्विटी अनुपात में होगा. समझौते के तहत आरईसी 2,029 करोड़ रुपये का कर्ज उपलब्ध कराएगी. शेष ऋण पीएफसी (2,029 करोड़ रुपये), एनपीपीएफ, भूटान (200 करोड़ रुपये) और बैंक ऑफ भूटान (200 करोड़ रुपये) उपलब्ध कराएंगे.

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