रायपुर: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी की तरफ से टिकट का बंटवारा हो गया है. कांग्रेस और बीजेपी ने कई नेताओं के टिकट काटे हैं. कई जगह उम्मीदवारों को बदला गया है. इसका असर दोनों पार्टियों में देखने को मिल रहा है. लेकिन सबसे ज्यादा घमासान कांग्रेस में मचा हुआ है. कांग्रेस पार्टी में मनेंद्रगढ़ से मरवाही, धमतरी से सामरी और कांकेर से कसडोल तक बागियों ने मोर्चा खोल दिया है. जिससे आने वाले समय में कांग्रेस की परेशानी बढ़ सकती है.
कांकेर के अंतागढ़ में अनूप नाग ने खोला मोर्चा (Congress rebel leader in Chhattisgarh) : बात कांकेर के अंतागढ़ की. यहां से कांग्रेस के मौजूदा विधायक अनूप नाग ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने तो निर्दलीय नामांकन फॉर्म भी भर दिया. इस तरह वह पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे हैं. उन्होंने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 13 हजार से ज्यादा मतों से जीत दर्ज की थी. बीजेपी के विक्रम उसेंडी को उन्होंने हराया था. वह इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोंक रहे हैं. कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद भी वह चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.
चित्रकोट से राजमन बेंजाम नाराज: अब बात चित्रकोट विधानसभा की करते हैं. यहां से पीसीसी चीफ दीपक बैज को कांग्रेस ने टिकट दिया है. मौजूदा विधायक राजमन बेंजाम का टिकट काटा गया है. जिससे वह आहत हैं. इलाके में लोगों को संबोधित करते करते राजमन बेंजाम का दर्द कई बार छलका है. वो समय समय पर अपना दर्द बता चुके हैं. इससे चुनाव पर असर पड़ सकता है
दंतेवाड़ा में अमुलकर नाग ने दी धमकी: दंतेवाड़ा में कांग्रेस नेता अमुलकर नाग ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बगावत की राह पकड़ ली है. उन्होंने नामांकन दाखिल कर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने इस दौरान कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि यहां से सिर्फ एक परिवार को प्रमुखता दी जा रही है. जो लोकतंत्र में सही नहीं है.
अंबालिका साहू ने छोड़ी कांग्रेस पार्टी: मंगलवार को कांग्रेस नेता अंबालिका साहू ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने दिल्ली में बीजेपी पार्टी ज्वाइन करने का ऐलान किया. वह दिल्ली में छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर से भी मिलीं. उसके बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर लिया. अंबालिका साहू मुंगेली से जिला पंचायत सभापति थी.
मनेंद्रगढ़ में विनय जायसवाल की बगावत: मनेंद्रगढ़ में कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल नाराज हैं. वह बार बार कांग्रेस आलाकमान से फैसला बदलने की मांग कर रहे हैं. कभी समर्थकों के साथ सभा कर रहे हैं. तो कभी टिकट कटने के गम में शायरी के जरिए अपना दर्द बयां कर रहे हैं. कह रहे हैं कि पार्टी ने दर्द दिया है अब जनता दवा देगी. उनके समर्थकों ने पार्टी से इस्तीफा देने की बात तक कह डाली है. इसके साथ ही विनय जायसवाल ने यह भी ऐलान कर दिया है कि अगर पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वह मनेंद्रगढ़ से दूसरे पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.
मुंगेली से सागर सिंह बैस हुए बागी: मुंगेली के लोरमी से सागर सिंह बैस बागी हो गए हैं. उन्होंने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर जोगी कांग्रेस को ज्वाइन कर लिया है. सागर सिंह बैस मुंगेली कांग्रेस के जिलाध्यक्ष थे. लेकिन उन्होंने पार्टी से तवज्जों नहीं मिलने पर जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी से मुलाकात की और जोगी कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा भी दे दिया. सागर सिंह बैस ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस में 12 साल तक संघर्ष किया. लेकिन पार्टी ने उनकी नहीं सुनी. उन्होंने टिकट वितरण को लेकर भारी नाराजगी जाहिर की है.
सामरी में चिंतामणि महाराज ने बढ़ाई चिंता: सामरी में चिंतामणि महाराज ने चिंता बढ़ाई है. टिकट कटने से चिंतामणि महाराज नाराज हैं. रविवार 22 अक्टूबर को चिंतामणि महाराज ने बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात की और बीजेपी से अंबिकापुर से टिकट मांगा. उन्होंने यह भी ऐलान किया कि अगर बीजेपी अंबिकापुर से उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट देती है. तो वह कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो जाएंगे.
गौरेला पेंड्रा मरवाही में गुलाब राज का गदर: गौरेला पेंड्रा मरवाही ने कांग्रेस विधायक केके ध्रुव को टिकट देने का विरोध किया है. उन्होंने सोमवार को जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी से मुलाकात की है. इसके बाद से लगातार अटकलों का बाजार गर्म है कि वह जेसीसीजे में शामिल हो सकते हैं. गुलाब राज ने कांग्रेस पर मरवाही में बाहरी उम्मीदवार को टिकट देने का आरोप लगाया है.
धमतरी में गुरुमुख सिंह होरा ने कांग्रेस पर बोला धावा: धमतरी में कांग्रेस नेता गुरुमुख सिंह होरा ने कांग्रेस पर अटैक किया है. उन्होंने मौजूदा टिकट वितरण पर सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही गुरुमुख होरा ने अपने समर्थकों के साथ चर्चा की है. जिसके बाद वह कभी भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला ले सकते हैं.
इसके अलावा मुंगेली से अंबालिका साहू ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा है. इसके अलावा कसडोल से शकुंतला साहू ने भी बगावती तेवर दिखाए हैं. इस तरह कांग्रेस के ये बागी नेता अब कांग्रेस की मुसीबत इस चुनाव में बढ़ा सकते हैं.