चेन्नई: मरीना समुद्र तट (marina beach) पर विशेष रूप से दिव्यांगों के लिए बनाए गए एक स्थायी रैंप को रविवार को खोला गया. इस उद्घाटन दम्रुक विधायक उदयनिधि स्टालिन (Udhayanithi stalin) ने किया. इस दौरान दिव्यांगों ने मरीना बीच के नजारे का आनंद लिया.
इस बारे में एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि व्हीलचेयर पर सवार दिव्यांग पुरुष और महिलाओं के लिए एक स्थायी लकड़ी का रैंप खोला गया है. इस रैंप की लंबाई 263 मीटर और चौड़ाई 3 मीटर है, जबकि रैंप को बनाने में ब्राजीलियाई लकड़ी के अलाव अन्य कई श्रेणियों का मिश्रण किया गया है. इस रैंप को बनाने में 1.14 करोड़ रुपये की लागत आई है. इस रैंप पर दिव्यांग व्हीलचेयर से जाकर बीच में पैर भिगो सकेंगे.
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तमिलनाडु: चेन्नई में विशेष रूप से विकलांगों ने 'स्थायी रैंप' सेटअप की मदद से चेन्नई मरीना बीच के नज़ारे का आनंद लिया, जिसका उद्घाटन चेपौक ट्रिप्लिकेन के विधायक उदयनिधि स्टालिन द्वारा किया गया था। (27.11) pic.twitter.com/pos78iNiAu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">तमिलनाडु: चेन्नई में विशेष रूप से विकलांगों ने 'स्थायी रैंप' सेटअप की मदद से चेन्नई मरीना बीच के नज़ारे का आनंद लिया, जिसका उद्घाटन चेपौक ट्रिप्लिकेन के विधायक उदयनिधि स्टालिन द्वारा किया गया था। (27.11) pic.twitter.com/pos78iNiAu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2022तमिलनाडु: चेन्नई में विशेष रूप से विकलांगों ने 'स्थायी रैंप' सेटअप की मदद से चेन्नई मरीना बीच के नज़ारे का आनंद लिया, जिसका उद्घाटन चेपौक ट्रिप्लिकेन के विधायक उदयनिधि स्टालिन द्वारा किया गया था। (27.11) pic.twitter.com/pos78iNiAu
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हालांकि इससे पहले पिछले वर्षों में इस तरह के एक लकड़ी के रैंप का निर्माण विकलांग व्यक्तियों के लिए किया गया था, लेकिन इसके स्थायी करने की मांग कर रहे थे. अब यह मांग पूरी हो गई है, इससे कई दिव्यांगों का सपना सच हो गया. वहीं चेन्नई निगम ने आश्वासन दिया है कि बेसेंट नगर समुद्र तट पर शीघ्र ही इसी तरह के रैंप का निर्माण किया जाएगा. मरीना बीच पर स्थायी रैंप शुरू होने पर दिव्यांग सतीश कुमार ने स्थायी रैंप के निर्माण पर खुशी जताते हुए सरकार से स्थायी शौचालय और ड्रेसिंग रूम के साथ रैंप उपलब्ध कराने की मांग की. साथ ही उन्होंने दिव्यांगों के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई व्हीलचेयर की एक अतिरिक्त संख्या दी जानी चाहिए. इसी तरह दिव्यांग गीता ने कहा कि दिव्यांगों के अलावा अन्य लोग इस लकड़ी के रैंप का उपयोग न करें. उन्होंने इसे सुनिश्चित करने के लिए एक कर्मचारी नियुक्त किया जाना चाहिए.
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