रायपुर: बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और छत्तीसगढ़ के 15 साल तक सीएम रहे रमन सिंह की छत्तीसगढ़ की राजनीति में नई भूमिका शुरू हो गई है. मंगलवार को रमन सिंह को विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया. रमन सिंह ने रविवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था. उसके बाद मंगलवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए सत्र का आगाज हुआ. पहले 90 विधायकों को शपथ दिलाई गई. उसके बाद स्पीकर पद का चुनाव हुआ. जिसमें रमन सिंह को एक मत से विधानसभा अध्यक्ष चुन लिया गया.
कैसे रमन सिंह चुने गए विधानसभा अध्यक्ष: विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद सीएम साय ने रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव रखा. जिसका डिप्टी सीएम अरुण साव ने समर्थन किया. उसके बाद नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए रमन सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा. जिसका वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने समर्थन किया. उसके बाद राजनांदगांव सीट से लगातार चार बार 2008, 2013, 2018 और 2023 में जीत हासिल करने वाले सात बार के विधायक रमन सिंह के पक्ष में भाजपा सदस्यों द्वारा तीन और प्रस्ताव पेश किए गए. इस तरह सर्व सम्मति से रमन सिंह छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए अध्यक्ष बने.
रमन सिंह का सियासी सफर: रमन सिंह के सियासी सफर की बात करें तो उनके पास संसद और विधानसभा दोनों का अनुभव है. वह केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं और छत्तीसगढ़ के तीन बार सीएम भी रह चुके हैं. छत्तीसगढ़ की राजनीति में रमन सिंह को सबसे अनुभवी नेताओं में से एक माना जाता है.
रमन सिंह का अब तक का सियासी सफर कैसा रहा, उसे इस तरह समझा जा सकता है.
- 1976 में रमन सिंह राजनीति में आए
- 1977 से लेकर 1983 तक कवर्धा की राजनीति में संघर्ष किया
- 1983-84 में पार्षद चुनाव में जीत दर्ज की
- 1990 और 1993 में एमपी विधानसभा के विधायक चुने गए
- 1999 में राजनांदगांव से लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की
- 1999 से 2003 तक अटल सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे
- साल 2003 में छत्तीसगढ़ के सीएम बने
- साल 2008 में दोबारा छत्तीसगढ़ के सीएम बने
- साल 2013 में तीसरी बार छत्तीसगढ़ के सीएम बने
- छत्तीसगढ़ में चाउर वाले बाबा के नाम से मशहूर
- साल 2018 में राजनांदगांव विधानसभा सीट से चुनाव जीते
- 2018 में छत्तीसगढ़ में बीजेपी की हार के बाद सीएम की कुर्सी गई
- 2023 में राजनांदगांव सीट से चुनाव जीते
- 2023 में रमन सिंह छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए
इस तरह अब रमन सिंह नई भूमिका में अब छत्तीसगढ़ की राजनीति में दिखेंगे. रमन सिंह ने संघर्ष से यह मुकाम तय किया है. उन्हें छत्तीसगढ़ की राजनीति में वेटरन लीडर के रूप में जाना जाता है.