अयोध्या: रामनगरी में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है. भव्य राम मंदिर निर्माण के साथ ही धार्मिक नगरी के अन्य प्रमुख मंदिरों में यात्री सुविधाओं को बढ़ाये जाने का सिलसिला भी अनवरत जारी है. इसी कड़ी में हनुमानगढ़ी के संतों द्वारा एक निर्णय लिया गया. उस निर्णय के आधार पर हनुमानगढ़ी के पिछले रास्ते पर एस्केलेटर लगाने के लिए प्राचीन निकास द्वार को बीती रात जेसीबी से तोड़ दिया गया.
हनुमानगढ़ी के पुजारी का होता था आगमन
आपको बता दें की हनुमानगढ़ी का यह पिछला रास्ता सैकड़ो वर्ष पुराना है. जिसके जरिए मुख्य रूप से हनुमानगढ़ी के पुजारी का आवागमन रहता था. इसके अलावा मेले के दौरान भीड़ बढ़ने पर यात्रियों और श्रद्धालुओं को भी हनुमानगढ़ी के पिछले रास्ते से बाहर निकाला जाता था.
रास्ते को चौड़ा कर लगाई जाएगी स्वचालित सीढ़ी
रामनगरी अयोध्या में प्रसिद्ध सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में जमीन तल से काफी ऊंचाई पर एक टीले पर स्थित प्राचीन मंदिर है. जहां दर्शन करने के लिए वर्ष भर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. जमीन तल से ऊंचाई अधिक होने और ऊपर पहुंचने के लिए एक मात्र साधन सीढ़ी होने के कारण वृद्ध और दिव्यांग श्रद्धालु हनुमान जी का दर्शन नहीं कर पाते थे. जिसे देखते हुए अब हनुमानगढ़ी के पिछले रास्ते से एस्केलेटर के द्वारा जरूरतमंद श्रद्धालु आसानी से मंदिर के गर्भ ग्रह तक पहुंच पाएंगे.
सकरा था पिछला रास्ता
संकट मोचन सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय दास ने बताया कि हनुमानगढ़ी के पिछले रास्ते को तोड़ा गया है. यह रास्ता काफी सकरा था. मेले के दौरान यात्रियों और श्रद्धालुओं को असुविधा होती थी. अब इस रास्ते को चौड़ा किया जा रहा है. यहां पर स्वचलित सीढ़ी भी लगाई जा रही है. इस स्वचालित सीढ़ी के जरिए आसानी से वृद्ध और दिव्यांग श्रद्धालु भी आसानी से हनुमान जी का दर्शन कर पाएंगे.