अयोध्याः रामनगरी में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इसके साथ ही उसके आस-पास के क्षेत्रों का भी योगी सरकार विकास कार्य करवा रही है. राम पथ, जन्मभूमि पथ और भक्ति पथ के बाद अब योगी सरकार चौदहकोसी और पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का भी चौड़ीकरण करवा रही है. प्रशासन का दावा है कि इससे लोगों को भविष्य में काफी फायदे होंगे. लेकिन, इस चौड़ीकरण के जद में हजारों दुकानें और मकान आ रहे हैं, जिन्हें तोड़ा जाना है. इसको लेकर स्थानीय लोग काफी परेशान हैं. अभी तक उनके पुनर्वास के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
बता दें कि चौदहकोसी और पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के चौरीकरण निर्माण के लिए जिला प्रशासन स्थानीय लोगों से सहमति पत्र प्राप्त कर रही है. लेकिन, जिनके मकान और दुकान इस चौड़ीकरण के दौरान टूट रहे हैं. उनकी अपनी व्यथा है. उनका कहना है कि उनकी दुकानें और मकान पिछले 50 या 100 साल से यहां मौजूद हैं. दुकान और मकान टूटने पर वह कहां जाएंगे. इन लोगों ने सरकार से पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की है. इसके बाद उन्हें विस्थापित करने की अपील की है.
वहीं, डीएम नीतीश कुमार ने कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चल रहा है. मंदिर बन जाने के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की आमद ज्यादा हो जाएगी. ऐसे में सरकार मार्गों का चौड़ीकरण करवा रही है, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हों. डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि अभी हम सहमति स्तर पर हैं. हमारी टीम घर-घर जाकर सहमति पत्र प्राप्त कर रही है. जहां पर नजूल या सरकारी जमीन है. वहां पर कार्रवाई भी की जा रही है. बता दें कि जिन्होंने सरकारी जमीनों पर घर बना रखा है, उनको सिर्फ मकान का मुआवजा मिलेगा.
स्थानीय लोगों के व्यापार को मिलेगा बढ़ावाः डीएम ने नीतीश कुमार ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण के अनुसार आधारभूत संरचना विकास कार्य कराए जा रहे हैं. जब अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी, तो यहां व्यापक स्तर पर लोगों का रोजगार भी बढ़ेगा. अभी निर्माण का समय है. थोड़ी कठिनाई जरूर आती है. लेकिन, यह भविष्य के लिहाज से काफी बेहतर रहेगा.
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