हैदराबाद : अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने अप्रैल-जून 2021 की आखिरी तिमाही में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) में अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदी है. स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध आंकड़ों से इस बात की जानकारी सामने आई है. बीएसई की वेबसाइट पर शेयर होल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, राकेश झुनझुनवाला के पास सेल के 5.75 करोड़ इक्विटी शेयर हैं, जो कंपनी में 1.39 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर हैं.
सेल (SAIL) का शेयर 2.3 प्रतिशत बढ़कर 127.4 रुपये प्रति शेयर हो गया है. पिछले साल मार्च 2020 से इसकी कीमतें बढ़ रही हैं और हालिया रैली का एक कारण कमोडिटी की कीमतों में उछाल है. पहली बार राकेश झुनझुनवाला का नाम सेल के शेयरधारकों के बीच स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट पर सामने आया है.
बिग बुल की बढ़ती हिस्सेदारी
एक्सचेंज की वेबसाइट पर पहली बार सेल के शेयरधारकों के बीच झुनझुनवाला का नाम सामने आया है, लेकिन कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक जनवरी-मार्च 2021 की आखिरी तिमाही में भी कंपनी में उनकी हिस्सेदारी थी. इन आंकड़ों पर नजर डालें तो राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास मार्च 2021 तिमाही में कंपनी के 3.55 लाख शेयर थे. बिक्री में बिग बुल की बढ़ती हिस्सेदारी देश के शेयर बाजारों और अर्थव्यवस्था पर उनकी टिप्पणियों के अनुरूप है.
टीवी चैनल CNBC TV18 को दिए एक इंटरव्यू में झुनझुनवाला ने कहा कि PSU (सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों) के शेयर में तेजी आ सकती है. झुनझुनवाला के मुताबिक अगर सरकार सही तरीके से चलती है तो पीएसयू के शेयर शानदार रिटर्न दे सकते हैं. झुनझुनवाला ने इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने पीएसयू बैंकों में निवेश किया है और पूरा सेक्टर बेहतर प्रदर्शन कर सकता है.
कीमतों में वृद्धि से सेल को फायदा
मार्च तिमाही में सेल की कीमत में 65 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. इससे पहले पिछले महीने ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज ने सेल के कवरेज की शुरुआत की. कोटक सिक्योरिटीज के विश्लेषकों के अनुसार, चीन की व्यापार नीतियों और आपूर्ति सुधारों में बदलाव के कारण स्टील/लौह अयस्क की कीमतों में वृद्धि से सेल को फायदा हो सकता है. विश्लेषकों ने पाया कि सेल ने अपनी बैलेंस शीट में सुधार किया है और कंपनी की स्थिति आगे चलकर बेहतर होने वाली है. कोटक सिक्योरिटीज ने पिछले महीने की शुरुआत में अपना कवरेज शुरू किया था और उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सेल की विस्तार परियोजनाएं जल्द ही पूरी होने वाली हैं. इनमें क्षमता विस्तार, उत्पाद मिश्रण-ग्रेडेशन, डिबॉटलनेकिंग और कच्चे माल की वृद्धि शामिल है.
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