नई दिल्ली : लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और कई अन्य विपक्षी सांसदों ने संसद के मानसून सत्र के दौरान उच्च सदन में 'अशोभनीय आचरण' को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए राज्य सभा के 12 सांसदों के खिलाफ की गई निलंबन की कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को संसद परिसर में धरना (Opposition dharna in Parliament premises) दिया.
निलंबन के बाद से रोजाना प्रदर्शन कर रहे 12 निलंबित विपक्षी सांसदों ने आज भी संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया. चौधरी, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत और कई अन्य विपक्षी सांसद उनके समर्थन के लिए पहुंचे. सांसदों ने निलंबन रद्द करने की मांग (demand to revoke suspension) के साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
निलंबित राज्य सभा सदस्य अपने खिलाफ की गई इस कार्रवाई के विरोध में संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि जब तक निलंबन रद्द नहीं होगा, तब तक वे संसद की कार्यवाही के दौरान सुबह से शाम तक महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठेंगे.
आप सांसद संजय सिंह ने प्रदर्शन कर रहे सांसदों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि निलंबित सांसद देश की लोगों की आवाज उठा रहे थे, इसलिए वह उनका समर्थन करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि वह निलंबित सांसदो के साथ धरना देंगे.
वहीं कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि यह उचित नहीं है कि पिछले सत्र के लिए सांसदों को इस सत्र में निलंबित किया है. यह नियमों के खिलाफ है. उन्होंने आगे कहा कि यह भारतीय इतिहास में पहला मौका है, जब पिछले सत्र के लिए किसी सांसद को दंडित किया गया हो.
इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी निलंबित सांसदों के साथ एकता दिखाई और उनका समर्थन किया. उन्होंने कहा कि सांसदो का विरोध जायज है, सरकार को चाहिए कि वह निलंबन को वापस ले, ताकि सदन की कार्यवाही आगे बढ़ सके.
पिछले सप्ताह सोमवार, 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्य सभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था.
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जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं.
(पीटीआई-भाषा)