लखनऊ : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि यदि लूटने वाला अपराधी है तो लुटाने वाला भी कम दोषी नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने परम मित्र अडानी को बचाने के लिए देश के लोकतंत्र का गला घोट रहे हैं. भाजपा सरकार ने एक सुनियोजित रणनीति के तहत राहुल गांधी को निशाना बनाया, क्योंकि वह लगातार संसद में प्रधानमंत्री मोदी वह अडानी के रिश्तों के बारे में सवाल पूछ रहे थे. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार से सवाल पूछा कि क्या अडानी की सेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपया क्या इतनी बड़ी धनराशि कमा नहीं सकते? क्योंकि इंफ्रास्ट्रक्चर में है, कितनी बड़ी धनराशि कहां से आई? यह किस का काला धन है? यह सेल कंपनियां किसकी है? यह कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही हैं? तो कोई क्यों नहीं जानता/ इसमें एक चीनी नागरिक है? वह चीनी नागरिक कौन है? उन्होंने कहा कि यह सारे सवाल आज देश के सामने खड़े हैं. उन्होंने 9 साल पहले जो अदानी पूरे विश्व में 609 नंबर के करोड़पति थे. वह अचानक से दुनिया के दूसरे नंबर के अमीर व्यक्ति कैसे बन गए? इसके पीछे सिर्फ एक ही कारण है कि सरकार ने पाताल, जमीन और आसमान तक अडानी के नाम कर दिए हैं. राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे.
राज्यसभा सांसद ने कहा कि यह पहला मौका है, जब सत्ता पक्ष देश की संसद को नहीं चलने दे रहा है. 13 मार्च से लेकर अब तक केंद्र के मंत्री से लेकर संतरी तक हंगामा कर रहे हैं. वह ऐसा क्या दबाना जा रहे हैं कि जिसका रहस्योद्घाटन हो जाने से बहुत कुछ सामने आ जाएगा. जिसे छुपाने के लिए केंद्र सरकार से लेकर पूरा भाजपा जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री से लेकर भाजपा के नेता तक शताब्दी का सबसे बड़ा झूठ बोल रहे हैं कि राहुल गांधी ने कैंब्रिज में अपने भाषण में यह कहा कि हमारे देश का लोकतंत्र खतरे में है और उसे बचाना हमारी जिम्मेदारी है, पर इसके उलट केंद्रीय मंत्री से लेकर भाजपा नेता आरोप लगा रहे हैं कि राहुल गांधी ने विदेशी ताकतों को भारत आने के लिए कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं चुनौती देता हूं कि भाजपा का कोई भी नेता राहुल गांधी का ऐसा कोई बयान है तो उसका वीडियो जारी करें.
कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में जिन दोनों मोदी इसका नाम लिया है वह ओबीसी में नहीं आते भाजपा जबरदस्ती राहुल गांधी पर ओबीसी के अपमान का आरोप लगा रहे हैं. जबकि एक इत्तेफाक ही है कि नीरव मोदी और ललित मोदी दोनों ही ओबीसी समुदाय से नहीं आते हैं. भाजपा केवल राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए ओबीसी का मुद्दा उठा रही है. उन्होंने कहा कि मानहानि के अपराध के लिए आजाद भारत के इतिहास में अभी तक किसी को भी अधिकतम 2 साल की सजा नहीं हुई है भाजपा के नेताओं के खिलाफ मामले अत्यधिक उदारता से निपटाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि बांदा से भाजपा सांसद आरके पटेल को नवंबर माह में ट्रेन रोकने, सार्वजनिक सड़क को अवरुद्ध करने और पुलिसकर्मियों को पथराव करने के लिए दोषी ठहराया गया था, लेकिन उन्हें केवल 1 साल की सजा हुई थी. उन्होंने कहा कि अडानी के घोटाले पर संसद में राहुल गांधी के भाषण के ठीक 9 दिन बाद उनके खिलाफ मानहानि का मामला फिर से शुरू किया गया राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और राहुल गांधी के भाषण से लगभग पूरी तरह से अडानी से जुड़े अंश को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया.
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