नई दिल्ली: पूर्व वित्त सचिव राजीव कुमार ने रविवार को 25वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) के रूप में प्रभार संभाला. वह एक सितंबर, 2020 से निर्वाचन आयुक्त के तौर पर चुनाव आयोग से जुड़े हुए थे और गुरुवार को उन्हें सीईसी नियुक्त किया गया था. उन्होंने सुशील चंद्रा का स्थान लिया है, जो शनिवार शाम को सेवानिवृत्त हो गए. नए मुख्य निर्वाचन आयुक्त के सामने सबसे बड़ी जिम्मेदारी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव संपन्न कराने की होगी. उनके कार्यकाल में ही 2024 के लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव होंगे.
इससे पहले, विधि मंत्री किरेन रिजिजू ने अधिसूचना और प्रेस विज्ञप्ति अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए कुमार को शुभकामनाएं दी थीं. अधिसूचना में कहा गया था कि 'संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (2) के अनुसार राष्ट्रपति, राजीव कुमार को 15 मई, 2022 से मुख्य निर्वाचन आयुक्त के तौर पर नियुक्त करते हुए प्रसन्नता व्यक्त करते हैं.' 19 फरवरी, 1960 को जन्मे कुमार का कार्यकाल फरवरी 2025 में उनकी आयु 65 वर्ष पूरी होने पर खत्म होगा. कानून के अनुसार निर्वाचन आयुक्त और मुख्य निर्वाचन आयुक्त छह साल के लिए या 65 वर्ष की आयु पूरी होने तक, जो भी पहले हो, पद पर रह सकते हैं.
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राजीव कुमार के कार्यकाल में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव होंगे. कुमार को जब निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था तब वह लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) के अध्यक्ष थे. उन्होंने तत्कालीन निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा के इस्तीफे के बाद एक सितंबर, 2020 को निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाला था. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के अधिकारी कुमार, फरवरी 2020 में आईएएस के रूप में सेवानिवृत्त हुए.
(पीटीआई-भाषा)