चेन्नई : लोकप्रिय तमिल वक्ता और रजनीकांत के समर्थक तमिझारुवी मणियन ने बुधवार को राजनीति छोड़ने की घोषणा की. गौरतलब है कि अभिनेता रजनीकांत ने एक दिन पहले ही कहा था कि वह राजनीति में कदम नहीं रखेंगे.
अभिनेता या उनके फैसले का उल्लेख किए बगैर कांग्रेस के पूर्व नेता मणियन ने राज्य की दोनों द्रविड़ पार्टियों अन्नाद्रमुक और द्रमुक पर आरोप लगाया कि उनके कारण पिछले 50 साल में तमिलनाडु में राजनीति का स्तर गिरा है और भ्रष्टाचार बढ़ गया है.
अपने राजनीतिक करियर में अपने बेदाग रिकॉर्ड पर गर्व करते हुए मणियन ने कहा कि मुख्यंत्री दिवंगत के. कामराज के नेतृत्व जैसी ईमानदार सरकार को फिर से बहाल करने के उनके सपने के लिए काम करना है. कामराज स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के लोकप्रिय नेता थे.
मणियन ने हालांकि यह संकेत दिया कि अभिनेता के लिए उनका समर्थन तमिलनाडु में राजनीति को बदलने की दिशा में एक कदम था.
उन्होंने संकेत दिया कि यह प्रयास सफल नहीं रहा, क्योंकि अभिनेता ने अपनी योजना बदल ली और इसलिए वह राजनीति छोड़ रहे हैं.
उन्होंने एक बयान में कहा कि ईमानदारी, सच्चाई और अनुशासन का कोई मोल नहीं है और राजनीति की ऐसी दुनिया में हासिल करने योग्य कोई उपलब्धि नहीं है, जहां हीरे और पत्थर में कोई भेद ना हो.
मणियन ने जोर देते हुए कहा कि मै राजनीति छोड़ रहा हूं और कभी राजनीति में वापस नहीं आउंगा.
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गांधीया मक्कल इयक्कम (जीएमआई) के अध्यक्ष रहे मणियन की पार्टी के लक्ष्यों में तमिलनाडु को शराब और भ्रष्टाचार से मुक्ति के साथ-साथ सुशासन शामिल था.
कामराज अप्रैल 1954 से अक्टूबर 1963 तक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे थे.