जयपुर. आज से नई दिल्ली में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन को लेकर एक तरफ पूरे देश में उत्साह नजर आ रहा है, तो दूसरी ओर शिखर सम्मेलन की तैयारी के बीच भारतीयता की झलक पेश करने की तैयारी भी परवान पर है. इस शिखर सम्मेलन में आए मेहमानों की आवभगत के लिए हर राज्य के प्रमुख व्यंजन और स्ट्रीट फूड जायके में शामिल होंगे. तो वहीं स्वागत के लिए देशभर से लोक कलाकारों को भी बुलाया गया है. कई होटलों ने अपने स्तर पर ही अलग-अलग राज्यों से लोक कलाकारों को वहां के प्रसिद्ध वाद्य यंत्रों के साथ मेहमानों के मनोरंजन के लिए आमंत्रित किया है.
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Only 1 day to go for the grand #G20 celebration in Delhi.
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A moment of global cooperation and dialogue that will pave the way for a better tomorrow. #G20India #G20Summit @g20org pic.twitter.com/Zw5qGnrdL9
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राजस्थानी लांगा मांगणियार होंगे आकर्षण का केंद्र : G20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए दुनिया भर से आ रहे मेहमानों की आवभगत का इंतजाम भी खास होगा. आने वाले गेस्ट का मनोरंजन देसी भारतीय संगीत से किया जा रहा है. राजस्थान से प्रसिद्ध लांगा मांगणियार कलाकार भी इन मेहमानों का दिल लुभाएंगे. राजस्थानी संगीत मेहमानों के स्वागत में चार चांद लगा देगा. इसके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से आयोजित भोज के दौरान देशभर के 78 कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे. इस दौरान भारत मंडपम में 26 तरह के लोग संगीत की प्रस्तुतियां होंगी. करीब डेढ़ घंटे तक चलने वाले इस कार्यक्रम में धोरों की धरती का प्रतिनिधित्व जैसलमेर बाड़मेर की कलाकार करेंगे और अपने दुर्लभ वाद्य यंत्र कमैचा के जरिए प्रस्तुति देंगे. कमैचा मूल रूप से सिंध और ईरान से आया एक संगीत यंत्र है, जिसे सिंधी सारंगी के नाम से भी जाना जाता है.
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भारत मंडपम में राजस्थानी हस्तशिल्प का जलवा : जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान 8 से 10 सितंबर को दिल्ली के प्रगति मैदान पर 'शिल्प बाजार' का आयोजन किया जा रहा है. यह शिल्प बाजार भारत के विभिन्न हिस्सों के हस्तशिल्प उत्पाद प्रदर्शित करेगा. जिनमें एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी), जीआई टैग वाले सामान के अलावा महिलाओं और जनजातीय कारीगरों के उत्पादों को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा. राजस्थान से प्रसिद्ध बंधेज, लाख की चूडियां, और पिछवाई चित्रकला जैसी हस्तशिल्प जी-20 भारत मंडपम के 'शिल्प बाजार' में प्रदर्शित की जा रही है. गौर है कि बंधेज कपड़े पर अलग अलग रंगों की टाई-डाई कला को कहते हैं. इसके अलावा नाथद्वारा के कलाकारों द्वारा बनाई जाने वाली प्रसिद्ध पिछवाई पेंटिंग भी प्रदर्शित की जा रही है. पिछवाई भारतीय लघु चित्रों की पारंपरिक तकनीक में बनाई गई बड़ी कपड़े की पेंटिंग होती है. जिसे भगवान श्रीनाथ जी की मूर्तियों के पीछे की लटकन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.
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जायकोंं का दिखेगा जलवा : जी-20 शिखर सम्मेलन में दिल्ली आ रहे अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल को होटलों की थाली में पूरे भारत का स्वाद मिलेगा. कई महीने से चल रही तैयारियां अब मेहमानों की थाली में भी नजर आएंगी. श्रीअन्न यानी मिलेट्स से बने उत्पाद परोसने पर ज्यादा फोकस रहने वाला है. मिलेट्स यानी मोटा अनाज में खासतौर पर राजस्थान के बाजरे से बने खाद्य पदार्थ विदेश से आए मेहमानों को परोसे जाएंगे. इसके अलावा राजस्थान की अजवाइन का पराठा और गट्टे की सब्जी का जायका भी मेहमानों को परोसा जाएगा.