उदयपुर. उदयपुर हत्याकांड ने पूरे देश को दहला कर रख दिया है. निर्मम हत्या की कल्पना से लोग सहम जा रहे हैं. दर्जी कन्हैयालाल का परिवार अपने मुखिया को खो देने के दर्द से गुजर रहा है. परिजनों का हाल बेहाल है. पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है. सिसकते हुए उसने पिछले 10-15 दिनों के कठिन दौर को साझा किया जब सोशल पोस्ट के बाद उन्हें लगातार धमकाया जा रहा था. उसने बताया कि वो इस कदर डरे हुए थे कि दुकान पर जाना छोड़ दिया था.
मृतक की पत्नी के मुताबिक उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं. यहां तक की दुकान पर आकर भी बार बार धमकाया जा रहा था. कहा जा रहा था कि हाथ काट दूंगा. परिवार भी सहमा हुआ था और घर से बाहर नहीं निकल रहा था. यशोदा के मुताबिक कन्हैयालाल मंगलवार को बिना कुछ बोले सिर्फ खाना लेकर काम पर चले गए थे. बिलखती हुई यशोदा ने कहा सरकार ने मुआवजा दिया है लेकिन इसका हम क्या करेंगे. मेरे बच्चों को उनके पिता नसीब नहीं होंगे, इसलिए मैं हमलावरों के लिए फांसी की सजा मांगती हूं (Killed Kanhiyalal Wife Demands Death Penalty). कन्हैयालाल साहू की पत्नी ने कहा, 'आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमें मारा है, कल दूसरों को मारेगा (Udaipur Tailor Wife Ask To hang Accused).'
कन्हैयालाल का परिवार फांसी की डिमांड कर रहा है. बिलखता परिवार रिश्तेदार सब तत्काल सख्त सजा की मांग पर अड़े हैं. भांजी ने कहा कि हमारे घर से मामा जी को आज मारा गया है, कल किसी और के घर से मारा जाएगा इसलिए आरोपी को हर हाल में फांसी की सजा होनी चाहिए. गौरतलब है कि उदयपुर में मंगलवार को दो हमलावरों ने एक दर्जी कन्हैयालाल की उसकी दुकान में नृशंस हत्या कर दी थी. जिसके बाद शहर के सात थाना क्षेत्रों में लगाया गया कर्फ्यू बुधवार को जारी रहा.
8 घंटे के बाद शव मोर्चरी में रखवाया : उदयपुर में घटना के 8 घंटे के बाद शव को एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी शिफ्ट करवाया गया था. लंबी वर्ता के बाद शव उठाने पर सहमति बनी थी. प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच हुई वार्ता के बाद 31 लाख रुपए मुआवजा पर सहमति बनी. साथ ही मृतक के दो आश्रितों को संविदा पर नौकरी की घोषणा की गई है.