अलवर : हरियाणा से सटे मेवात क्षेत्र में राजस्थान SOG (Special Operations Group) की टीम ने मंगलवार देर रात अलवर में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ने के लिए प्रेरित करने वाले एक आरोपी असरूदीन को गिरफ्तार किया है. यह देश विरोधी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था. सूत्रों ने बताया कि व्यक्ति टेलीग्राम ग्रुप पर 'इस्लामिक मीडिया' (Islamic Media) नाम से ग्रुप बनाकर युवाओं को उससे जोड़ रहा था और आतंकवादी गगतिविधियों से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा था. भिवाड़ी पुलिस व SOG की टीम लगातार मामले की जांच पड़ताल कर रही है. इस संबंध में केंद्रीय एजेंसी भी लगातार SOG टीम के संपर्क में है.
देश विरोधी गतिविधियों की मिल रही थीं शिकायतें
लंबे समय से अलवर के मेवात क्षेत्र से देश विरोधी गतिविधियां चलने की शिकायतें मिल रही थी. ऐसे में SOG की टीम पुलिस लगातार मेवात क्षेत्र पर नजर रख रही थी. इसी बीच स्पेशल टीम को कुछ अहम साक्ष्य मिले. जिसके आधार पर आरोपी पर नजर रखी जा रही थी. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई. मंगलवार रात 2 बजे के बाद एसओजी की टीम ने तिजारा के बैगन हेड़ी गांव से असरुद्दीन को गिरफ्तार किया. आरोपी की उम्र करीब 30 साल है. यह देश विरोधी व आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है.
आरोपी पर साइबर सेल की नजर
इस मामले में साइबर सेल (Cyber Cell) की अहम भूमिका रही जो इस आरोपी पर कड़ी नजर रख रही थी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शर्मा (ACP Siddhant Sharma) ने नेतृत्व में इस आरोपी को स्पेशल टीम ने तिजारा क्षेत्र में छापा मारकर गिरफ्तार किया गया. एसओजी की टीम ने आरोपी को धारा 153 ए के तहत आरोपी को गिरफ्तार किया है.
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कश्मीर के लोगों से असरूदीन के संपर्क
पुलिस सूत्रों ने बताया कि असरूदीन एक जमात में महाराष्ट्र गया था, जहां कश्मीर के कुछ लोगों के सम्पर्क में आया था. जिनके विचारों से प्रेरित होकर वह सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जोड़ने लगा. आरोपी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-E-Mohammed), अलकायदा (Al Qaeda), आईएसआईएस (ISIS) की नीतियों को प्रसारित कर लोगों को जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा था.
सूत्रों ने यह भी बताया कि आरोपी पाकिस्तान, बर्मा, ईरान आदि देशों के कई नम्बरों से भी जुड़ा हुआ था, जिनके बारे में अनुसंधान किया जा रहा है. पुलिस के सामने कई अहम सवाल हैं कि आरोपी अब तक कितने लोगों को अपने साथ जोड़ चुका है. किन-किन संगठनों से इसका जुड़ाव है. किस तरह से यह गतिविधि करता है. इन सभी सवालों के जवाब तलाश किए जा रहे हैं. वहीं कई केंद्रीय एजेंसी भी एसओजी व पुलिस के संपर्क में हैं.