जयपुर. महाराष्ट्र में जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के सिपाही चेतन की ओर से की गई फायरिंग में 4 लोगों की मौत हो गई. इनमें राजस्थान निवासी आरपीएफ के एएसआई भी शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, जयपुर से मुंबई जा रही ट्रेन में एएसआई टीकाराम एस्कॉर्ट इंचार्ज के रूप में तैनात थे और सिपाही चेतन भी एस्कॉर्ट ड्यूटी पर था.
6 माह बाद होने वाले थे रिटायर : चलती ट्रेन में किसी बात को लेकर दोनों के बीच हुए विवाद के बाद चेतन ने सर्विस गन से फायरिंग कर दी. इससे टीकाराम की मौत हो गई. वे राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के श्यामपुरा गांव के रहने वाले थे. उनका एक बेटा दिलखुश मीणा है, जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है. जबकि बेटी पूजा की शादी हो चुकी है. एएसआई टीकाराम मीणा 6 महीने बाद रिटायर होने वाले थे.
परिजनों को मुआवजे का ऐलान : इस घटना के बाद रेलवे ने एक बयान जारी कर आरपीएफ के दिवंगत एएसआई टीकाराम मीणा के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके अनुसार मृतक के परिजनों को रेलवे सुरक्षा कल्याण निधि से 15 लाख रुपए का सहयोग दिया जाएगा. इसके अलावा 15 लाख रुपए की राशि मृत्यु या सेवानिवृत्ति निधि से भी दिए जाएंगे. परिजनों को 20 हजार रुपए उनके अंतिम संस्कार के लिए और 65 हजार रुपए इंश्योरेंस योजना के तहत दिए जाएंगे.
महाराष्ट्र के पालघर के पास की है घटना : बताया जा रहा है कि जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में पालघर के पास चलती ट्रेन में आरपीएफ के अपनी सर्विस गन से फायरिंग कर दी थी. ट्रेन के कोच बी-5 में यह घटना हुई थी. इसके बाद दहिसर के पास आरोपी चेतन ट्रेन से कूदकर भाग गया था. हालांकि, बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर उससे पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि हाल ही में उसका ट्रांसफर हो गया, जिसके चलते वह तनाव में था.
मुहर्रम मनाने आए कादर की मौत : इस गोलीबारी की घटना में 4 मृतकों में मध्य प्रदेश के भानपुरा निवासी कादर भाई बोहरा भी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार कादर भाई पिछले महीने ही दुबई से भारत लौटे थे और कुछ दिनों पहले वह भानपुरा अपने परिजनों के साथ मुहर्रम मनाने के लिए आए हुए थे. कादर भाई मुंबई में जनरल स्टोर चलाते हैं. मृतक के दो बेटे हैं, जो वर्तमान में दुबई में कारोबार कर रहे हैं.