अजमेर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुष्कर से नाता अभी से नहीं बल्कि कई सालों पहले से रहा है. पुष्कर आने वाले लोगों के रिकॉर्ड से मिलान के बाद इस बात की पुष्टि हुई है. दरअसल तीर्थराज के पुरोहित परिवार पोथियों में पीढ़ी दर पीढ़ी यहां आने वाले परिवारों का रिकॉर्ड मेनटेन करते हैं. इस रिकॉर्ड के मुताबिक प्रधानमंत्री के परिवार के लोग 72 साल पहले और 44 साल पहले पुष्कर आये थे. जिसका रिकॉर्ड इन पोथियों में दर्ज है. कई खास जानकारियां और उनका ब्योरा इन पोथियों में छिपा हुआ है. जिसे पीएम मोदी के दौरे के दौरान जाहिर किया गया था.
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पोथियों में दर्ज है यह जानकारीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार के सदस्य पिछली बार 1979 में पुष्कर आये थे. 44 साल पुराने इस रिकॉर्ड के बारे में पीएम मोदी के परिवार के कुल पुरोहित पंडित श्याम नारायण पाराशर ने जानकारी दी. गौरतलब है कि ब्रह्मघाट के पुजारी श्याम सुंदर काला और सूरज नारायण काला भी पीएम मोदी परिवार के पुश्तैनी पुरोहित हैं. उन्होंने बताया कि पोथियों में मोदी परिवार के वड़नगर से ताल्लुक रखने के साथ-साथ बुजुर्गों के नाम भी दर्ज हैं. हिंदी कैलेंडर की तिथि के मुताबिक संवत् 2036 में पीएम मोदी पुष्कर पहुंचे थे.
संवत् 2008 में भी आया था परिवारः इसके पहले संवत् 2008 में मोदी परिवार के सदस्य यहां आये थे. इन सदस्यों में प्रमुख रूप से नरसी, मूलचंद, दामोदर और नरोत्तम मोदी जैसे नाम शामिल हैं. यह लोग राजसमंद में श्रीनाथजी दर्शन के बाद पुष्कर पहुंचे थे. गौरतलब है कि पुष्कर सरोवर को सभी तीर्थ स्थानों के गुरु की उपाधि मिली हुई है. मान्यताओं के मुताबिक यहां स्नान करने से पांच पीढ़ियों का उद्धार हो जाता है. लोग श्राद्ध और तर्पण के लिए देशभर से यहां आते हैं. ब्रह्मा नगरी के सरोवर जल को नारायण रूप में पूजा जाता है.