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Rajasthan: जोधपुर में फर्जी कॉल सेंटर पर छापा, विदेशी लोगों को बनाते थे ठगी का शिकार, 8 गिरफ्तार

राजस्थान के जोधपुर में पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारकर 8 ठगों को गिरफ्तार किया है. ठग विदेश में लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाते थे. पुलिस गिरोह के सरगना की तलाश कर रही है.

Raid on Fake Call Center
फर्जी कॉल सेंटर पर छापा
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Published : Jul 1, 2023, 4:09 PM IST

Updated : Jul 1, 2023, 4:26 PM IST

फर्जी कॉल सेंटर पर छापा

जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर शहर की शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर से विदेश में लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरोह का मुखिया अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस जुटी हुई है.

गिफ्ट मनी लेते थे ठग : शास्त्रीनगर थानाधिकारी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जानकारी मिलने के बाद थाना क्षेत्र स्थित सरस डेयरी के पास सायबर पार्क में मनोहर बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर चल रहे कॉल सेंटर पर छापा मारा. मौके से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह सभी विदेश में कॉल कर उनके ऑनलाइन आर्डर के कैंसल या रिफंड करने की बात कहकर गुमराह करते थे. साथ ही इसके एवज में उनसे गिफ्ट मनी भी लेते थे, जिसे गिरोह का मुखिया अहमदाबाद मणीनगर निवासी पार्थ भट्ट भारतीय रुपए में कनवर्ट करता था.

पढ़ें. Fraud Call Center: विदेशियों से ठगी करने वाले 40 गिरफ्तार, बिटकॉइन में करते थे वसूली

4 आरोपी नागालैंड निवासी : थानाधिकारी ने बताया कि गिरोह का मुखिया पार्थ हर दिन रात को 11.30 बजे आकर 2 बजे निकल जाता था. पूछताछ में पता चला कि यह कॉल सेंटर तीन साल से चल रहा था. गिरफ्तार आरोपियों में चार नागालैंड के, 2 अहमदबाद के और एक-एक आरोपी नैनीताल और मुंबई के रहने वाले हैं. आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया गया है, जिसकी जांच सरदारपुरा एसएचओ सोमकरण को सौंपी गई हैं.

एनीडेस्क एप से करते ठगी : थानाधिकारी के अनुसार ठग एक ऐप के जरिए लोगों के डेटा हैक करते हैं. डेटा के आधार पर अमेजन के आर्डर की डिटेल से वॉइस मैसेज भेजते थे, इसके बाद खुद को अमेजन का प्रतिनिधि बताकर उनसे बात करते थे. कनाडा और यूएसए के लोगों के ऑर्डर का डेटा उनके पास होने से विदेशी उनकी बातों आ जाते थे. ज्यादातर लोगों को ठग ऑर्डर कैंसिल करने का कह कर ऑनलाइन पेमेंट करवा लेते थे, जिसे डिलीवरी के समय रिफंड करने का आश्वासन देते थे. इस तरह लोग झांसे में आ जाते थे.

पढ़ें. राजस्थान में 1 करोड़ से अधिक की ठगी का खुलासा, खातों का ट्रांजेक्शन देख SOG के अधिकारी भी हैरान

पार्थ करता था पूरी डील : पुलिस ने जब छापा मारा तो विदेशी कस्टमर से डॉलर लेने की डील चल रही थी. थानाधिकारी ने बताया कि जब कस्टमर रुपए देने को तैयार हो जाता तो उसकी कॉल को गिरोह के सरगना पार्थ भट्ट को फॉरवर्ड कर दिया जाता था. पार्थ उनसे डॉलर की बजाय वॉलमार्ट गिफ्ट कार्ड, एपल गिफ्ट कार्ड, गिफ्ट मनी लेता था, जिसे बाद में वह कनवर्ट करता था ताकि उनके खातों की जानकारी नहीं मिले.

फर्जी कॉल सेंटर पर छापा

जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर शहर की शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर से विदेश में लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरोह का मुखिया अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस जुटी हुई है.

गिफ्ट मनी लेते थे ठग : शास्त्रीनगर थानाधिकारी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जानकारी मिलने के बाद थाना क्षेत्र स्थित सरस डेयरी के पास सायबर पार्क में मनोहर बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर चल रहे कॉल सेंटर पर छापा मारा. मौके से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह सभी विदेश में कॉल कर उनके ऑनलाइन आर्डर के कैंसल या रिफंड करने की बात कहकर गुमराह करते थे. साथ ही इसके एवज में उनसे गिफ्ट मनी भी लेते थे, जिसे गिरोह का मुखिया अहमदाबाद मणीनगर निवासी पार्थ भट्ट भारतीय रुपए में कनवर्ट करता था.

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4 आरोपी नागालैंड निवासी : थानाधिकारी ने बताया कि गिरोह का मुखिया पार्थ हर दिन रात को 11.30 बजे आकर 2 बजे निकल जाता था. पूछताछ में पता चला कि यह कॉल सेंटर तीन साल से चल रहा था. गिरफ्तार आरोपियों में चार नागालैंड के, 2 अहमदबाद के और एक-एक आरोपी नैनीताल और मुंबई के रहने वाले हैं. आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया गया है, जिसकी जांच सरदारपुरा एसएचओ सोमकरण को सौंपी गई हैं.

एनीडेस्क एप से करते ठगी : थानाधिकारी के अनुसार ठग एक ऐप के जरिए लोगों के डेटा हैक करते हैं. डेटा के आधार पर अमेजन के आर्डर की डिटेल से वॉइस मैसेज भेजते थे, इसके बाद खुद को अमेजन का प्रतिनिधि बताकर उनसे बात करते थे. कनाडा और यूएसए के लोगों के ऑर्डर का डेटा उनके पास होने से विदेशी उनकी बातों आ जाते थे. ज्यादातर लोगों को ठग ऑर्डर कैंसिल करने का कह कर ऑनलाइन पेमेंट करवा लेते थे, जिसे डिलीवरी के समय रिफंड करने का आश्वासन देते थे. इस तरह लोग झांसे में आ जाते थे.

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पार्थ करता था पूरी डील : पुलिस ने जब छापा मारा तो विदेशी कस्टमर से डॉलर लेने की डील चल रही थी. थानाधिकारी ने बताया कि जब कस्टमर रुपए देने को तैयार हो जाता तो उसकी कॉल को गिरोह के सरगना पार्थ भट्ट को फॉरवर्ड कर दिया जाता था. पार्थ उनसे डॉलर की बजाय वॉलमार्ट गिफ्ट कार्ड, एपल गिफ्ट कार्ड, गिफ्ट मनी लेता था, जिसे बाद में वह कनवर्ट करता था ताकि उनके खातों की जानकारी नहीं मिले.

Last Updated : Jul 1, 2023, 4:26 PM IST
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