कोटा. राजस्थान के कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल ने अपनी ही पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मिले हुए होने की बात को स्वीकारा है. धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ठीक (shanti dhariwal support cm statement) ही कहते हैं. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. मैं उनकी बात से सहमत हूं. हमने तो खुद यह देखा है.
रविवार को प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा (Shanti dhariwal in kota) दौरे पर आए थे. उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर हमला बोला है. सीएम अशोक गहलोत की बात को दोहराते हुए धारीवाल ने दोनों को मिला हुआ बताया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने ठीक कहा है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. हमने खुद दोनों को मिला हुआ देखा है.
वहीं दौसा सांसद जसकौर मीणा (dhariwal on dausa mp jaskaur meena) के राजस्थान में भी महाराष्ट्र जैसे हालात बनने के बयान पर धारीवाल ने कहा कि भाजपा वाले पहले भी मुंह की खा चुके हैं, फिर मुंह की खाएंगे. राज्यसभा के चुनाव में उन्होंने देख लिया है कि कांग्रेस को तो पूरे 126 वोट मिले हैं, जबकि बीजेपी का ही एक वोट टूटा है.
नवरंग होटल विवाद पर बोले, भैरोंसिंह सिंह शेखावत जांच करवा चुके : पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने हाल ही में नवरंग होटल को लेकर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने 69 ए और स्टेट ग्रांट का पट्टा होटल के लिए मांगा था. इस पर धारीवाल ने कहा कि लोग अशिष्ट भाषा का प्रयोग नहीं करते हैं. मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि इस तरह की बातें करना बंद कर दें. भाजपा शासन में गुंडा तत्वों का बोलबाला था. लोगों के प्लाटों पर कब्जे किए जा रहे थे जिन्हें हमने 3 साल में ठीक कर दिया और आने वाले साल में बिल्कुल दुरुस्त कर देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कई बार मेरी संपत्ति पर प्रश्नचिन्ह लगाया जाता है कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है.
मैं उन लोगों को जवाब देना चाहता हूं कि भैरों सिंह शेखावत भी इस मामले में जांच करवा चुके. मैंने 1995 में उनके दामाद नरपत सिंह राजवी के पिता पर आरोप लगा दिए थे जिसके बाद भैरों सिंह शेखावत ने मेरी संपत्ति के सारे कागजात नगर निगम से जयपुर मंगा लिए थे. उनका परीक्षण किया, लेकिन कुछ भी नहीं मिलने पर सारे दस्तावेज वापस लौटा दिए थे. मैंने पट्टे के लिए आवेदन नहीं किया. मेरे पास पहले से ही पट्टा मौजूद है.
पढ़ें. Joshi Vs Shekhawat On Twitter: ERCP और फोन टैपिंग मामले को लेकर ट्विटर पर भिड़े महेश जोशी और शेखावत
ट्रैफिक चालान पर फिर जताई आपत्ति, ट्रैफिक सीआई को हटवाया : मंत्री धारीवाल ने कहा कि कोटा में आम आदमी बार-बार शिकायत कर रहा है कि पुलिस वाले चौराहों के पहले या सड़कों पर कभी भी खड़े हो जाते हैं और फिर चालान काट देते हैं. उसके लिए मैंने डीजी से बात कर ली है. उन्होंने भी इसको गलत बताया है. उन्होंने कहा कि केवल एक्सीडेंटल जोन पर ही चेकिंग की जा सकती है. इस संबंध में मैंने एसपी केसर सिंह शेखावत से भी बात की है. उन्होंने कहा है कि ट्रैफिक टीआई राजेंद्र सिंह कविया को हटा दिया गया है. एसपी की हिदायद के बाद भी कविया नहीं मान रहे थे और शहर भर में ट्रैफिक चेकिंग और चालान बनवा रहे थे.
330 करोड़ से कोटा शहर को मिलेगा अमृत योजना फेज दो से पानी : धारीवाल ने यह भी कहा कि अमृत योजना फेज दो में 330 करोड़ रुपए कोटा शहर को मिले हैं. यह प्रदेश में सबसे ज्यादा आवंटित राशि है. इस योजना के तहत आधा-आधा पैसा केंद्र और आधा राज्य देगा. इसे इंप्लीमेंट भी स्टेट करेगा. यह कार्य भी हम पीएचइडी से नहीं करवा कर यूआईटी से करवाएंगे. इसके टेंडर डाले जा रहे हैं, सितंबर के आसपास काम शुरू हो जाएंगे. इसके तहत शहर की पाइपलाइन को भी बदला जाएगा. इसके साथ ही नए कोटा और नई विकसित कॉलोनियों में भी पानी पहुंचाया जाएगा.
ये था गहलोत का बयान : फोन टैपिंग प्रकरण पर गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत के लिए कहा था कि कानून अपना काम कर रही है. वह काफी समय से बचते रहे. आखिर में कोर्ट की ओर से उन्हें नोटिस सर्व हो ही गया. इनको वॉइस सैंपल देने में तकलीफ क्या है? वे स्वीकार कर चुके हैं कि ये इनकी वॉइस है. लोकेश शर्मा के खिलाफ जो केस इन्होंने दर्ज करवाया है, उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है. आप सरकार गिराने के प्रयास का मुख्य किरदार थे. सबको मालूम है कि आप एक्सपोज हो गए हैं. आपने खुद सरकार गिराने का षड्यंत्र किया. अब आप सचिन पायलट का नाम ले रहे हैं. कह रहे हैं कि उन्होंने चूक कर दी. इसके बाद तो और प्रूफ हो गया. आपने खुद ठप्पा लगा दिया कि आप उनके साथ मिले हुए थे.