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Amit Shah Rajasthan Visit : मेवाड़ के दौरे पर 30 जून को आएंगे अमित शाह, क्या भाजपा बनाएगी कन्हैयाल हत्याकांड को मुद्दा ?

राजस्थान में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की जमीनी रणनीति भाजपा ने बनानी शुरू कर दी है. राजस्थान को फतह करने के लिए पार्टी के शीर्ष नेताओं ने कमान अपने हाथ में ली है. इसी के तहत 30 जून को मेवाड़ के दौरे पर अमित शाह आ रहे हैं.

Union Home Minister Amit Shah
मेवाड़ के दौरे पर 30 जून को आएंगे अमित शाह
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Published : Jun 22, 2023, 6:54 PM IST

सीपी जोशी ने क्या कहा, सुनिए...

उदयपुर. राजस्थान में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक तपिश बढ़ने लगी है. मरुधरा के चुनावी मैदान को फतह करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं ने कमान संभालना शुरू कर दिया है. चुनावी रणनीति को जमीन पर मजबूती देने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए 30 जून को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मेवाड़ के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान अमित शाह जनसभा को संबोधित करेंगे. खास बात यह है कि बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड की पहली बरिश 28 जून को है. ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा इस मुद्दे को उठाते हुए गहलोत सरकार को तुष्टिकरण के आरोपों के जरिए भी घेरेगी.

कन्हैयालाल हत्याकांड को बना सकते हैं मुद्दाः राजस्थान के उदयपुर में पिछले साल 28 जून को बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड हुआ था. इस हत्याकांड की गूंज राजस्थान से लेकर देश-विदेश तक सुनाई दी थी. बड़े ही निर्मम तरीके से कन्हैयालाल टेलर की रियाज और गौस मोहम्मद ने हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड के बाद भाजपा ने गहलोत सरकार पर जमकर आरोप लगाए थे. हत्याकांड की पहली बरसी 28 जून को है और उसके एक दिन के बाद यानी 30 जून को अमित शाह उदयपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे. ऐसे में एक बार फिर अमित शाह कन्हैया हत्याकांड और तुष्टिकरण को लेकर कांग्रेस सरकार पर सवाल उठा सकते हैं. जानकारों का मानना है कि अमित शाह इस मुद्दे के साथ ही प्रदेश की कानून-व्यवस्था, आदिवासियों, दलितों पर अत्याचार जैसे आरोपों के जरिए भी गहलोत सरकार को घेर सकते हैं.

पढ़ें : पीएम मोदी का कांग्रेस पर प्रहार, बोले-कांग्रेस सरकार में होता था 85 फीसदी भ्रष्टाचार

मेवाड़ कई मायनों में खासः राजस्थान के सियासी गलियारे में मेवाड़ को सत्ता तक पहुंचने का रास्ता कहा जाता है. दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य इलाके में अमित शाह की यह जनसभा कई मायनों में खास है. क्योंकि 28 विधानसभा सीटों वाले उदयपुर संभाग पर भाजपा की विशेष निगाहें हैं. भले ही 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार बनाई हो, लेकिन उदयपुर संभाग में कांग्रेस के मुकाबले भाजपा ने ज्यादा सीट जीती थी. पिछले लंबे समय से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मेवाड़-बागड़ का दौरा कर रहे हैं. गहलोत ने तो आदिवासियों को साधने के लिए अपना जन्मदिन भी आदिवासियों के बीच जाकर बनाया था. ऐसे में अब अमित शाह मेवाड़ से भाजपा का चुनावी शंखनाद करेंगे और सीएम गहलोत और उनकी सरकार पर सवाल उठाएंगे.

BJP Preparations for Amit Shah Visit
अमित शाह के दौरे को लेकर भाजपा की तैयारी...

भाजपा ने शाह के दौरे की तैयारी की तेजः अमित शाह के दौरे और जनसभा की तैयारियां भाजपा ने शुरू कर दी है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर बीजेपी उदयपुर में जनसभा कर रही है. पार्टी की ओर से यह कार्यक्रम भंडारी दर्शक मंडप में आयोजित किया जाएगा. इस सभा की तैयारी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश के संगठन महामंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता देख रहे हैं. इस सभा में बड़ी संख्या में लोगों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस सभा में भाजपा के दिग्गज नेता भी नजर आएंगे. जिनमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया राहटकर, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी आदि मौजूद रहेंगे.

अशोक गहलोत उठा रहे हैं मानगढ़ धाम का मुद्दाः गहलोत लगातार आदिवासियों के आस्था का केंद्र कहे जाने वाले मानगढ़ धाम का मुद्दा प्रमुखता से उठा रहे हैं. गहलोत अपने भाषण में यह भी कह रहे हैं कि मानगढ़ धाम के विकास का काम करेंगे. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी मानगढ़ धाम आए थे. इस दौरान मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग भी पुरजोर तरीके से सुनाई दी थी, लेकिन राष्ट्रीय स्मारक घोषित नहीं किया गया. इसके बाद से ही मुख्यमंत्री गहलोत इस बात को बार-बार उठा रहे हैं. इतना ही नहीं गहलोत ने आदिवासियों को साधने के लिए अपना जन्मदिन भी आदिवासियों के बीच मनाया था.

मेवाड़ का राजनीतिक समीकरणः मेवाड़ के राजनीतिक समीकरण को देखें तो यहां के 5 जिलों में 28 विधानसभा सीटें हैं. 2018 के चुनाव परिणाम में मेवाड़ में बीजेपी कब्जा जमाने में कामयाब रही थी. 28 में से 15 सीटों पर बीजेपी ने जीती थी. वहीं, कांग्रेस को 10 सीटों पर सतोष करना पड़ा था, जबकि 2 सीटों पर बीटीपी और एक पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया.

मेवाड़ को लेकर बड़ी तैयारी: पहले पीएम मोदी के तीन दौरे और अब अमित शाह का दौरा ये बताने के लिए काफी है कि बीजेपी मेवाड़ को लेकर किस तरह से तैयारी कर रही है. प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद बीजेपी ये मान रही है कि मेवाड़ राजनीति में कटारिया की कमी जरूर खलेगी. यही वजह है कि कटारिया की कमी को पूरा करने के लिए चितौड़ से आने वाले सांसद सीपी जोशी को पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया, जिससे मेवाड़ में दूसरा बड़ा चेहरा खड़ा किया जा सके. बीजेपी की कोशिश है कि मेवाड़ के आदिवासी बोट बैंक को मजबूत किया जाए, जो लोकसभा चुनाव में तो बीजेपी के साथ होता है, लेकिन विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ वोट करता है.

तुष्टिकरण को लेकर भाजपा घेरेगीः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहते हैं कि राजस्थान में पिछले चार साल में जिस तरह का तृष्टीकरण हुआ, वह पहले कभी नहीं हुआ है. सरकार धर्म के आधार पर निर्णय करने लगी है. जोशी ने आरोप लगाया कि पीएफआई जैसे आतंकी संगठन को कार्यक्रम की अनुमति दी जाएगी. सीपी जोशी ने कहा कन्हैयालाल की हत्या करने वाले आरोपियों को पकड़ने में जिन दो युवाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वह आज भी सरकार से आस लगाए बैठे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जब दोनों युवा राजस्थान के अधिकारी और मंत्रियों के पास जाते हैं तो उन्हें सरकार के मंत्री रहते हैं आपको आरोपियों को पकड़ने के लिए किसने कहा था?. क्या इस प्रकार का जवाब होना चाहिए?.

सीपी जोशी ने क्या कहा, सुनिए...

उदयपुर. राजस्थान में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक तपिश बढ़ने लगी है. मरुधरा के चुनावी मैदान को फतह करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं ने कमान संभालना शुरू कर दिया है. चुनावी रणनीति को जमीन पर मजबूती देने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए 30 जून को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मेवाड़ के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान अमित शाह जनसभा को संबोधित करेंगे. खास बात यह है कि बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड की पहली बरिश 28 जून को है. ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा इस मुद्दे को उठाते हुए गहलोत सरकार को तुष्टिकरण के आरोपों के जरिए भी घेरेगी.

कन्हैयालाल हत्याकांड को बना सकते हैं मुद्दाः राजस्थान के उदयपुर में पिछले साल 28 जून को बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड हुआ था. इस हत्याकांड की गूंज राजस्थान से लेकर देश-विदेश तक सुनाई दी थी. बड़े ही निर्मम तरीके से कन्हैयालाल टेलर की रियाज और गौस मोहम्मद ने हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड के बाद भाजपा ने गहलोत सरकार पर जमकर आरोप लगाए थे. हत्याकांड की पहली बरसी 28 जून को है और उसके एक दिन के बाद यानी 30 जून को अमित शाह उदयपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे. ऐसे में एक बार फिर अमित शाह कन्हैया हत्याकांड और तुष्टिकरण को लेकर कांग्रेस सरकार पर सवाल उठा सकते हैं. जानकारों का मानना है कि अमित शाह इस मुद्दे के साथ ही प्रदेश की कानून-व्यवस्था, आदिवासियों, दलितों पर अत्याचार जैसे आरोपों के जरिए भी गहलोत सरकार को घेर सकते हैं.

पढ़ें : पीएम मोदी का कांग्रेस पर प्रहार, बोले-कांग्रेस सरकार में होता था 85 फीसदी भ्रष्टाचार

मेवाड़ कई मायनों में खासः राजस्थान के सियासी गलियारे में मेवाड़ को सत्ता तक पहुंचने का रास्ता कहा जाता है. दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य इलाके में अमित शाह की यह जनसभा कई मायनों में खास है. क्योंकि 28 विधानसभा सीटों वाले उदयपुर संभाग पर भाजपा की विशेष निगाहें हैं. भले ही 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार बनाई हो, लेकिन उदयपुर संभाग में कांग्रेस के मुकाबले भाजपा ने ज्यादा सीट जीती थी. पिछले लंबे समय से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मेवाड़-बागड़ का दौरा कर रहे हैं. गहलोत ने तो आदिवासियों को साधने के लिए अपना जन्मदिन भी आदिवासियों के बीच जाकर बनाया था. ऐसे में अब अमित शाह मेवाड़ से भाजपा का चुनावी शंखनाद करेंगे और सीएम गहलोत और उनकी सरकार पर सवाल उठाएंगे.

BJP Preparations for Amit Shah Visit
अमित शाह के दौरे को लेकर भाजपा की तैयारी...

भाजपा ने शाह के दौरे की तैयारी की तेजः अमित शाह के दौरे और जनसभा की तैयारियां भाजपा ने शुरू कर दी है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर बीजेपी उदयपुर में जनसभा कर रही है. पार्टी की ओर से यह कार्यक्रम भंडारी दर्शक मंडप में आयोजित किया जाएगा. इस सभा की तैयारी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश के संगठन महामंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता देख रहे हैं. इस सभा में बड़ी संख्या में लोगों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस सभा में भाजपा के दिग्गज नेता भी नजर आएंगे. जिनमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया राहटकर, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी आदि मौजूद रहेंगे.

अशोक गहलोत उठा रहे हैं मानगढ़ धाम का मुद्दाः गहलोत लगातार आदिवासियों के आस्था का केंद्र कहे जाने वाले मानगढ़ धाम का मुद्दा प्रमुखता से उठा रहे हैं. गहलोत अपने भाषण में यह भी कह रहे हैं कि मानगढ़ धाम के विकास का काम करेंगे. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी मानगढ़ धाम आए थे. इस दौरान मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग भी पुरजोर तरीके से सुनाई दी थी, लेकिन राष्ट्रीय स्मारक घोषित नहीं किया गया. इसके बाद से ही मुख्यमंत्री गहलोत इस बात को बार-बार उठा रहे हैं. इतना ही नहीं गहलोत ने आदिवासियों को साधने के लिए अपना जन्मदिन भी आदिवासियों के बीच मनाया था.

मेवाड़ का राजनीतिक समीकरणः मेवाड़ के राजनीतिक समीकरण को देखें तो यहां के 5 जिलों में 28 विधानसभा सीटें हैं. 2018 के चुनाव परिणाम में मेवाड़ में बीजेपी कब्जा जमाने में कामयाब रही थी. 28 में से 15 सीटों पर बीजेपी ने जीती थी. वहीं, कांग्रेस को 10 सीटों पर सतोष करना पड़ा था, जबकि 2 सीटों पर बीटीपी और एक पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया.

मेवाड़ को लेकर बड़ी तैयारी: पहले पीएम मोदी के तीन दौरे और अब अमित शाह का दौरा ये बताने के लिए काफी है कि बीजेपी मेवाड़ को लेकर किस तरह से तैयारी कर रही है. प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद बीजेपी ये मान रही है कि मेवाड़ राजनीति में कटारिया की कमी जरूर खलेगी. यही वजह है कि कटारिया की कमी को पूरा करने के लिए चितौड़ से आने वाले सांसद सीपी जोशी को पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया, जिससे मेवाड़ में दूसरा बड़ा चेहरा खड़ा किया जा सके. बीजेपी की कोशिश है कि मेवाड़ के आदिवासी बोट बैंक को मजबूत किया जाए, जो लोकसभा चुनाव में तो बीजेपी के साथ होता है, लेकिन विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ वोट करता है.

तुष्टिकरण को लेकर भाजपा घेरेगीः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहते हैं कि राजस्थान में पिछले चार साल में जिस तरह का तृष्टीकरण हुआ, वह पहले कभी नहीं हुआ है. सरकार धर्म के आधार पर निर्णय करने लगी है. जोशी ने आरोप लगाया कि पीएफआई जैसे आतंकी संगठन को कार्यक्रम की अनुमति दी जाएगी. सीपी जोशी ने कहा कन्हैयालाल की हत्या करने वाले आरोपियों को पकड़ने में जिन दो युवाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वह आज भी सरकार से आस लगाए बैठे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जब दोनों युवा राजस्थान के अधिकारी और मंत्रियों के पास जाते हैं तो उन्हें सरकार के मंत्री रहते हैं आपको आरोपियों को पकड़ने के लिए किसने कहा था?. क्या इस प्रकार का जवाब होना चाहिए?.

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