फतेहपुर (सीकर). मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे व आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत को ईडी ने नोटिस भेजा है और उन्हें 24 घंटे में दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में हाजिर होने को कहा गया है. इसकी जानकारी स्वयं वैभव गहलोत ने गुरुवार को फतेहपुर में आयोजित एक समारोह के बाद मीडियाकर्मियों से रूबरू होने के दौरान दी.
वैभव ने कहा कि 12 साल पहले भी यही आरोप लगे थे, लेकिन तब कुछ नहीं हुआ. पता नहीं कि आचार संहिता लगते ही उन्हें क्यों याद आ जाती है, जनता सब समझती है. वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के आवास पर ईडी के छापे पर उन्होंने कहा कि जयपुर से रवाना होने के बाद उन्हें मीडिया के जरिए इसकी सूचना मिली. वहीं, ईडी की कार्रवाई पर विधायक हाकम अली ने कहा कि यह भाजपा की हार की बौखलाहट का असर है. उन्होंने कहा कि देश के पांच राज्यों में हो रहे चुनावों में कांग्रेस जीत रही है और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट होने जा रही है. यही वजह है कि केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों के जरिए कांग्रेस के नेताओं को डराने का काम कर रही है.
इसे भी पढ़ें - Ashok Gehlot on ED Action : मुझे परेशान करने के लिए डोटासरा और वैभव के खिलाफ हो रही कार्रवाई, लेकिन डरने वाला नहीं हूं
हार की बौखलाहट में कार्रवाई : उन्होंने कहा कि वैभव गहलोत को ईडी का नोटिस मिलने के बाद भी वे अपने समाज के कार्यक्रम में पहुंचे और उनका कहना है कि पहले समाज उसके बाद ईडी के नोटिस का जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में राजा वोट से बनता है. ऐसे में जनता सब समझ रही है. इस कार्रवाई से कुछ आना जाना नहीं है. दरअसल, फतेहपुर में सैनी समाज की ओर से निर्मित महात्मा ज्योतिबा फुले भवन के लोकार्पण का समारोह था, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने समाज की प्रतिभाओं और भामाशाहों का सम्मान किया. साथ ही कहा कि जब तक समाज एकजुट नहीं होगा, तब तक वो तरक्की नहीं कर सकेंगे.