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REET के बाद एक और बड़ा खुलासा, SSC (MTS) परीक्षा में कोचिंग संचालक ने लाखों में तय किया था सौदा, गिरफ्तार

राजस्थान में रीट परीक्षा में धांधली के बाद अब SSC (MTS) की ऑनलाइन परीक्षा में नकल का बड़ा मामला सामने आया है. इसमें एक कोचिंग सेंटर की भूमिका भी सामने आयी है जिसमें 4 लाख में परीक्षार्थी को कोचिंग सेंटर संचालक ने पेपर हल करवाने का सौदा तय किया था. पुलिस ने कोचिंग संचालक को गिरफ्तार कर लिया है.

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Published : Oct 15, 2021, 2:39 AM IST

चुरू : रीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर मचा बवाल अभी थमा भी नहीं था कि राजस्थान में SSC (MTS) की ऑनलाइन परीक्षा में नकल का बड़ा मामला सामने आया है. नकल और परीक्षा में धांधली के इस पूरे खेल में चूरू जिले की तारानगर तहसील में संचालित एक कोचिंग सेंटर की भूमिका भी सामने आयी है जिसमें 4 लाख में परीक्षार्थी को कोचिंग सेंटर संचालक ने पेपर हल करवाने का सौदा तय किया था. मामले में बीकानेर की नापासर पुलिस ने बृहस्पतिवार को कार्रवाई करते हुए कोचिंग संचालक धर्मचंद उर्फ धर्मवीर सैनी को गिरफ्तार कर लिया है.

दरअसल 6 अक्टूबर को कर्मचारी चयन आयोग नई दिल्ली द्वारा आयोजित मल्टी टास्किंग (गैर तकनीकी) स्टाफ परीक्षा 2020 (पत्र फर्स्ट) की नापासर में ऑनलाइन परीक्षा की प्रथम पारी में परीक्षार्थी रोहिताश कड़वासरा को मोबाइल से नकल करते हुए पकड़ा गया था. इस पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज परीक्षार्थी को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं परीक्षार्थी ने पूछताछ के दौरान बताया कि परीक्षा में नकल संबंधी संपूर्ण व्यवस्था चूरू जिले की तारानगर तहसील में संचालित केडी कोचिंग सेंटर के मालिक धर्मवीर सैनी द्वारा किया गया था, इसके लिए धर्मवीर द्वारा 4 लाख रुपयों में सौदा तय किया था.

ये भी पढ़ें - राजस्थान रीट परीक्षा 2021 : नकल गिरोह का भंडाफोड़, कई जिलों में पकड़े गए 'मुन्नाभाई'

कोचिंग सेंटर के संचालक धर्मवीर सैनी व उसके भाई द्वारा नकल गिरोह के तीन सदस्यों को बीकानेर भेजा तथा परीक्षार्थी को मोबाइल फोन उपलब्ध करवाया तथा परीक्षा के पेपर की फोटो खींचने की प्रक्रिया समझाई परंतु वीक्षक की जागरूकता से परीक्षार्थी उक्त मोबाइल से पेपर की फोटो खींचने के दौरान ही पकड़ लिया गया था।

परीक्षार्थी द्वारा उक्त फोटो कोचिंग संचालक द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल फोन के माध्यम से गिरोह को भेजनी थी. इसके बाद गिरोह द्वारा पेपर को हल करके उत्तर सहित वापस परीक्षार्थी को भेजने का सौदा तय हुआ था परंतु बीच में ही भंडाफोड़ हो गया. इतना ही नहीं पेपर की फोटो खींचते समय पकड़े गए परीक्षार्थी से कोचिंग संचालक सहित गिरोह के बारे में जानकारी प्राप्त हुई. इस पर पुलिस ने उसी दिन तारानगर स्थित केडी कोचिंग संचालक के मालिक धर्मवीर सैनी के ठिकानों पर छापा मारा परंतु कोचिंग संचालक तथा उसका भाई फरार हो गए.

इसी कड़ी में कोचिंग संस्था के डी एकेडमी के मालिक धर्मवीर सैनी को आज नापासर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया. नकल गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता किया जा रहा है. कोचिंग संचालक से पूछताछ के बाद गिरोह के अन्य सदस्यों का खुलासा होने की संभावना है. धर्मवीर सैनी से पूछताछ के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि अब तक गिरोह द्वारा किन-किन परीक्षाओं में पेपर प्राप्त किया गया तथा नकल करवाई गई.

चुरू : रीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर मचा बवाल अभी थमा भी नहीं था कि राजस्थान में SSC (MTS) की ऑनलाइन परीक्षा में नकल का बड़ा मामला सामने आया है. नकल और परीक्षा में धांधली के इस पूरे खेल में चूरू जिले की तारानगर तहसील में संचालित एक कोचिंग सेंटर की भूमिका भी सामने आयी है जिसमें 4 लाख में परीक्षार्थी को कोचिंग सेंटर संचालक ने पेपर हल करवाने का सौदा तय किया था. मामले में बीकानेर की नापासर पुलिस ने बृहस्पतिवार को कार्रवाई करते हुए कोचिंग संचालक धर्मचंद उर्फ धर्मवीर सैनी को गिरफ्तार कर लिया है.

दरअसल 6 अक्टूबर को कर्मचारी चयन आयोग नई दिल्ली द्वारा आयोजित मल्टी टास्किंग (गैर तकनीकी) स्टाफ परीक्षा 2020 (पत्र फर्स्ट) की नापासर में ऑनलाइन परीक्षा की प्रथम पारी में परीक्षार्थी रोहिताश कड़वासरा को मोबाइल से नकल करते हुए पकड़ा गया था. इस पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज परीक्षार्थी को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं परीक्षार्थी ने पूछताछ के दौरान बताया कि परीक्षा में नकल संबंधी संपूर्ण व्यवस्था चूरू जिले की तारानगर तहसील में संचालित केडी कोचिंग सेंटर के मालिक धर्मवीर सैनी द्वारा किया गया था, इसके लिए धर्मवीर द्वारा 4 लाख रुपयों में सौदा तय किया था.

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कोचिंग सेंटर के संचालक धर्मवीर सैनी व उसके भाई द्वारा नकल गिरोह के तीन सदस्यों को बीकानेर भेजा तथा परीक्षार्थी को मोबाइल फोन उपलब्ध करवाया तथा परीक्षा के पेपर की फोटो खींचने की प्रक्रिया समझाई परंतु वीक्षक की जागरूकता से परीक्षार्थी उक्त मोबाइल से पेपर की फोटो खींचने के दौरान ही पकड़ लिया गया था।

परीक्षार्थी द्वारा उक्त फोटो कोचिंग संचालक द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल फोन के माध्यम से गिरोह को भेजनी थी. इसके बाद गिरोह द्वारा पेपर को हल करके उत्तर सहित वापस परीक्षार्थी को भेजने का सौदा तय हुआ था परंतु बीच में ही भंडाफोड़ हो गया. इतना ही नहीं पेपर की फोटो खींचते समय पकड़े गए परीक्षार्थी से कोचिंग संचालक सहित गिरोह के बारे में जानकारी प्राप्त हुई. इस पर पुलिस ने उसी दिन तारानगर स्थित केडी कोचिंग संचालक के मालिक धर्मवीर सैनी के ठिकानों पर छापा मारा परंतु कोचिंग संचालक तथा उसका भाई फरार हो गए.

इसी कड़ी में कोचिंग संस्था के डी एकेडमी के मालिक धर्मवीर सैनी को आज नापासर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया. नकल गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता किया जा रहा है. कोचिंग संचालक से पूछताछ के बाद गिरोह के अन्य सदस्यों का खुलासा होने की संभावना है. धर्मवीर सैनी से पूछताछ के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि अब तक गिरोह द्वारा किन-किन परीक्षाओं में पेपर प्राप्त किया गया तथा नकल करवाई गई.

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