नई दिल्ली : आदर्श स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों को अपग्रेड करने का रेलवे का लक्ष्य 2023 तक हासिल करने की संभावना है. आदर्श स्टेशन योजना के तहत विकास के लिए चिन्हित 1253 रेलवे स्टेशनों में से 1215 का विकास किया जा चुका है. शेष 38 स्टेशनों को वित्तीय वर्ष 2022-23 में विकास के लिए लक्षित किया गया है. रेल मंत्रालय ने भाजपा सांसद निहाल चंद मेजर के प्रश्न के लिखित उत्तर में संसद को सूचित किया है. अपग्रेडेशन स्कीम के तहत स्टेशनों के विकास के लिए भारतीय रेलवे को ₹12000 करोड़ का बजट मंजूर किया गया. बाद में 2022-23 बजट में इसी मद में ₹5500 करोड़ का अनुपूरक बजट स्वीकृत किया गया.
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मंत्रालय ने देश भर के रेलवे स्टेशनों के सुधार में अब तक हुए खर्च का ब्योरा भी उपलब्ध कराया है. वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान स्टेशनों के उन्नयन के लिए ₹ 2615.30 करोड़ का बजट आवंटित किया गया, जिसमें से 2582.92 करोड़ खर्च किए गए. अगले वित्तीय वर्ष (2021-22) में कुल 2344.55 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया लेकिन विभाग स्वीकृत राशि में से 1566.32 करोड़ ही दे सका. चालू वित्त वर्ष यानी 2022-23 में रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए 2700 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है. इस साल जून महीने तक 309.91 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
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मंत्रालय ने यह भी सूचित किया है कि रेलवे स्टेशनों के बड़े उन्नयन की एक नई योजना शुरू की गई है, जिसके तहत स्टेशनों में रूफ प्लाजा / कॉनकोर्स जैसी सुविधाएं और लाउंज, मनोरंजन क्षेत्र, प्रतीक्षा क्षेत्र, बैठने की व्यवस्था, खरीदारी क्षेत्र जैसी अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई सुविधाएं होंगी. काम पूरा होने के बाद इन स्टेशनों को इस वित्तीय वर्ष के अंत तक विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस कर दिया जाएगा.