बक्सर : 48 घंटे के भीतर बिहार के बक्सर में दूसरी बार रेल इंजन बेपटरी हो गया. ये हादसा दोबारा तब हुआ जब ट्रैक रेस्टोरेशन के बाद डाउन लाइन पर ट्रायल किया जा रहा था. लूप लाइन से ट्रेन के इंजन को जब इस पटरी से गुजारा गया तो वह पटरी छोड़कर नीचे उतर गया. इस हादसे के बाद रेलवे की तकनीकी टीम के मेंटेनेंस पर सवाल भी उठने शुरू हो गए है. इधर अधिकारियों के भी हाथ-पांव फूल गए. हादसा रात 8.30 मिनट पर हुआ.
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अब डिरेल हुआ ट्रायल रेल इंजन : अप लाइन पर परिचालन शुरू होने के बाद युद्धस्तर पर डाउन लाइन को मरम्मत कर इंजीनियरों की टीम जैसे ही लगभग रात 8 बजकर 30 मिनट पर ट्रायल इंजन को डाउन लाइन में दौड़ाया, लूप लाइन से डाउन लाइन पर आते ही ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गया. इस हादसे के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया. इस दौरान पीछे से ट्रायल के दौरान आ रहे क्रेन से पहले डिरेल इंजन को उठाकर पटरी पर रख देने की भरपूर कोशिशें हुई, लेकिन नाकाम साबित हुई.
तकनीकी टीम के मेंटेनेंस पर उठा सवाल : इंजीनियरों के अलावा 3 हजार वर्करों और दर्जनों क्रेन के सहारे डाउन लाइन को मरम्मत करने वली तकनीकी टीम के मेंटेनेंस पर सवाल उठने लगा है. ट्रायल के लिए इंजन को दौड़ाने की इजाजत तकनीकी टीम ने दी उस समय सब कुछ बेहतर होने का दावा किया, फिर लूप लाइन से डाउन लाइन में आने के साथ ही ट्रायल इंजन डिरेल हो गया.
क्या कहते हैं अधिकारी : ट्रायल के दौरान इंजन की डिरेल होने की पुष्टि आरपीएफ इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने करते हुए बताया कि लूप लाइन से मेन लाइन में आने के साथ ही ट्रायल इंजन के पहिया उतर गये, जिसे पटरी पर रखने के लिए लगातार काम चल रहा है. गौरतलब है कि ट्रायल इंजन को डिरेल होने के बाद तकनीकी टीम के कार्यशाली सवालों में है.
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