रायगढ़: छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी (ED raid in chhattishgarh) जारी है. ईडी ने रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के घर भी सोमवार को छापा मारा था. कलेक्टर रानू के रायगढ़ में नहीं होने से उनके सरकारी निवास को सील कर दिया था. इस दौरान अफवाहों का बाजार गरम था. कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थी. कहा जा रहा था कि रानू साहू फरार हैं, लेकिन आईएएस रानू को लेकर ईडी का एक पत्र सामने आया है, जिसमें उन्होंने ईडी को जांच में सहयोग करने की बात कही है. साथ ही यह भी कहा है कि 10 से 11 अक्टूबर को अवकाश में थी. हैदराबाद इलाज के लिए गई थी. अब वह रायगढ़ लौट आई हैं.
सोमवार से जारी है कार्रवाई: बीते दिनों से प्रवर्तन निदेशालय (ED) के 40 अफसरों की टीम तीन आईएएस, पूर्व विधायक और शराब- कोल कारोबारियों के डेढ़ दर्जन ठिकानों पर जांच कर रही है. इन सभी ठिकानों से अब तक चार करोड़ की नकदी और जेवरात सीज किया गया है. इनके यहां से निवेश के साथ साथ खनन लाइसेंस से जुड़े दस्तावेज भी बड़ी संख्या में मिले हैं. इसी के मद्देनजर इन अफसरों से पूछताछ की जा रही है.
कौन हैं आईएएस रानू साहू: IAS रानू साहू छत्तीसगढ़ की चर्चित महिला अधिकारी हैं. वह अभी रायगढ़ जिले की कलेक्टर हैं. 2010 बैच की IAS रानू साहू की गिनती तेज तर्रार अफसरों में होती है. उनका जन्म छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के पांडुका में हुआ है. पति का नाम जयप्रकाश मौर्य है. वह मंत्रालय में सचिव हैं. मां लक्ष्मी साहू जिला पंचायत की सदस्य हैं. पिता अरुण साहू हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं. रानू साहू के दो बहन और एक भाई है. बहन महिला विकास विभाग में अधिकारी है.
गरियाबंद की रहने वाली रानू साहू का चयन पहले राज्य पुलिस सेवा के लिए हुआ था. राज्य पुलिस सेवा में चयन के बाद वह डीएसपी के पद पर ज्वाइन की थीं. इसके बाद यूपीएससी की तैयारी करती रहीं. 2010 में आईएएस बनने के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर ही मिला. राज्य के कई जिलों में उन्होंने काम किया है. रायगढ़ उनका चौथा जिला है. सबसे पहले कांकेर की कलेक्टर बनी थीं.