श्रीनगर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) 9 अगस्त को दो दिवसीय दौरे में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर पहुंचेंगे. यह जानकारी देते हुए पार्टी के एक नेता ने ईटीवी भारत को बताया कि वह यहां पर कुछ दिनों तक यहां रह सकते हैं.
उन्होंने बताया कि इस दौरान वह कुछ स्थानीय पार्टी नेताओं से मिलने के साथ ही जम्मू कश्मीर की राजनीतिक स्थिति के बारे में जानकारी लेंगे.हालांकि कि राहुल गांधी का अभी केरल का दौरा करने का कार्यक्रम था, लेकिन संसद में चल रहे मानसून सत्र को देखते हुए उनको यह दौरा रद्द करना पड़ा.
राहुल गांधी की यह यात्रा कई मायनों में अहम मानी जा रही है, क्योंकि ने अनुच्छेद-370 हटाए जाने की दूसरी बरसी के बाद वह घाटी के दौरे पर आएंगे. साथ ही वे निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर संभावनाएं तलाशेंगे. हाल ही में पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के दौरे के समय पार्टी में गुटबाजी सामने आई थी.
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बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में नई दिल्ली में मंगलवार काे विपक्षी दलों की बैठक हुई थी. इस पर कांग्रेस ने इसे ऐतिहासिक दिन करार देते हुए दावा किया था कि यह '2024 का ट्रेलर' है. इस बैठक में वहीं 15 दलों और 100 से अधिक सांसदों ने इस बैठक में भाग लिया था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में लोकसभा और राज्यसभा दोनों के विपक्षी पार्टी के सांसदों के लिए नाश्ते की मेजबानी की, जहां पेगासस, कृषि कानून और मुद्रास्फीति सहित विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति भी बनाई जा रही थी. इस बैठक में 17 समान विचारधारा वाले दलों को निमंत्रण भेजा गया था.
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इससे पूर्व जून महीने में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में आठ दलों के 14 नेता आमंत्रित किए गए थे. इन नेताओं में नेशनल कॉन्फ्रेंस के संरक्षक फारूक अब्दुल्ला, उनके पुत्र व पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद प्रमुख चेहरे थे.