जयपुर. कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भाजपा के ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर रावण के रूप में दिखाए जाने के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. एक ओर कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर शुक्रवार को सड़कों पर उतरी तो वहीं, राहुल गांधी की छवि खराब करने के आरोप में न्यायालय में भी कांग्रेस ने परिवाद दिया है. राजस्थान कांग्रेस के महासचिव जसवंत गुर्जर ने शुक्रवार को जयपुर में निचली अदालत में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आईटी हेड अमित मालवीय के खिलाफ परिवाद पेश किया.
जसवंत गुर्जर ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी का सोशल मीडिया एक्स पर 'बीजेपी फ़ॉर इंडिया' के नाम से अकाउंट संचालित किया जाता है. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर जेपी नड्डा और नेशनल हेड इनफॉरमेशन एंड टेक्नोलॉजी के तौर पर अमित मालवीय इस पर होने वाले पोस्ट के लिए जिम्मेदार हैं.
पोस्टर में सात सिर वाले राहुल गांधी : उनका आरोप है कि इन दोनों की ओर से हिंदू सनातन धर्म का अपमान करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की फोटो पोस्ट की गई. इसमें राहुल गांधी को सात सिर वाला व्यक्ति दिखाते हुए, रावण की संज्ञा दी गई है. साथ ही 'ए कांग्रेस पार्टी प्रोडक्शन' अंकित किया गया, जिससे आपराधिक मानहानि का कार्य किया गया. इसको लेकर अदालत में परिवाद दिया गया है.
कार्यालय रिपोर्ट के लिए 9 अक्टूबर की तारीखः कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को रावण की संज्ञा देते हुए भाजपा पर उनकी सात सिर वाली फोटो पोस्ट करने के खिलाफ महानगर मजिस्ट्रेट क्रम-11 महानगर प्रथम में मानहानि परिवाद पेश किया गया है. परिवाद को कार्यालय रिपोर्ट के लिए 9 अक्टूबर की तारीख दी गई है. परिवाद में अधिवक्ता विपुल शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म का अपमान करते हुए भाजपा ने पोस्ट की है, जिसमें राहुल गांधी की सात सिर वाली फोटो के साथ ही नए युग का रावण बताया गया है. परिवाद में कहा गया कि इससे कांग्रेस पार्टी का भी अपमान हुआ है. इस पोस्ट से भ्रमित होकर परिवादी के परिचित लोगों ने उससे इन कथनों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा कि क्या वह भी देश विरोधी पार्टी का सदस्य है. इस पोस्ट से परिवादी की मानहानि हुई है. ऐसे में परिवाद स्वीकार कर उसके बयान दर्ज किए जाएं और आरोपियों के खिलाफ प्रसंज्ञान लिया जाए.