नई दिल्ली: ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने अपने एक फैसले से भारत के कई बड़े नेताओं की पहचान माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर गुम कर दी है. कई कद्दावर नेताओं को माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर पहचान पाना मुश्किल हो गया है. माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सहित भारत में कई दिग्गज नेताओं के अकाउंट से ब्लू टिक के निशान हटा दिए हैं.
ब्लू टिक खोने वाले अन्य राजनीतिक दिग्गजों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल हैं. इसके अलावा राज्यसभा सांसद संजय सिंह, शिक्षा मंत्री आतिशी के नाम भी इसमें शामिल हैं. अब ब्लू टिक के निशान उन्हीं यूजर के पास है जो इस सेवा के लिए नियमित भुगतान कर रहे हैं. सत्यापन पहचान को लेकर ब्लू टिक के निशान रखने पर अब यूजर को प्रतिमाह भुगतान करना होगा.
इस सेवा के लिए वेब के माध्यम से 8 अमेरिकी डॉलर प्रति माह और आईओएस एवं एंड्रॉइड ऐप के माध्यम से 11 अमेरिकी डॉलर प्रति माह का भुगतान करना होगा. हालांकि, एलन मस्क ने इसकी घोषणा बहुत पहले ही कर दी थी. बहुत सारे यूजर ने इस सेवा के लिए भुगतान करना भी शुरू कर दिया था. काफी संख्या में यूजर इसके लिए भुगतान नहीं कर रहे थे. लेकिन ट्विटर की ओर से भुगतान नहीं करने वालों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाए गए थे.
बता दें कि एलन मस्क के अधिग्रहण से पहले ट्विटर ने यूजर के सत्यापन के लिए ब्लू टिक की व्यवस्था दी थी. एलन मस्क के ट्विटर अधिग्रहण के बाद इस ब्लू टिक का निशान रखने के लिए सदस्यता लेना अनिवार्य कर दिया गया. गौरतलब है कि शुरूआती दौर में ब्लू टिक को इसलिए लागू किया गया था ताकि फर्जी व्यक्तियों के एकाउंट से बचा जा सके. साथ ही झूठी सूचनाओं पर रोक लगाने में भी यह कारगर साबित हुआ था.
(एएनआई)