नई दिल्ली: भले ही राहुल गांधी भारत आकर भी यही दोहरा रहे हैं कि उन्हें बोलने नहीं दिया जायेगा लेकिन वास्तविकता यह है कि जिस तरह से राहुल गांधी ने भारत के लोकतंत्र और संसद पर विदेश की धरती से आवाज उठाई है और दूसरे देशों से इस मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही है, वह एक गंभीर मसला बनता जा रहा है. अब भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा तक ने यह बात उठाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सीधे-सीधे देश से माफी मांगने और संसद में जवाब देने की आवाज उठाई है. इसे देखकर ऐसा लगता है कि यह मसला अब और भी ज्यादा तूल पकड़ सकता है.
विदेश की धरती पर राहुल गांधी की तरफ से दिया गया बयान अब कांग्रेस के लिए ही गले की हड्डी बन चुका है, जहां एक तरफ अडाणी मामले पर कांग्रेस विपक्षी पार्टियों की लामबंदी कर रही. वहीं दूसरी तरफ जिस तरह से बीजेपी राहुल गांधी पर चौतरफा हमला कर रही है, उसे देखकर यह सोचने पर मजबूर हैं कि क्या राहुल गांधी माफी मांगेंगे या ऐसे ही संसद हंगामे की भेंट चढ़ता रहेगा.
सूत्रों की मानें तो बीजेपी अब देशभर में राहुल गांधी के खिलाफ इसपर प्रदर्शन कर रही है और जबतक राहुल माफी नहीं मांगते इस मुद्दे को ज्वलंत रखेगी. या यूं कहें इस मुद्दे पर राजनीति अभी लंबी चलने की उम्मीद है ताकि अडाणी मसला कहीं इसके नीचे दब कर रह जाए. बीजेपी वैसे भी अडाणी मसले को कोर्ट में होने की बात कह कर इसपर ज्यादा जवाब नहीं दे रही है. शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीधे सीधे राहुल गांधी पर बयान देते हुए उन्हें देश विरोधी ताकतों के साथ होने का आरोप लगाया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि जनता द्वारा बार-बार नकार दिए जाने के बाद अब राहुल गांधी देश विरोधी टूलकिट का परमानेंट हिस्सा बन गए हैं.
राहुल गांधी बताएं कि यूरोप और अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने के लिए उकसाने के पीछे उनकी क्या मंशा है? भाजपा अध्यक्ष ने ये भी कहा कि जनता द्वारा बार बार नकारे जाने के बाद राहुल गांधी इस एंटी इंडिया गैंग के टूलकिट के स्थाई सदस्य बन चुके हैं, उन्होंने कहा कि ये बड़े दुर्भाग्य की बात है कि वो भारत की आंतरिक राजनीति में उन देशों से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं, जिसे भारत की स्वतंत्रता के इतिहास में किसी भी नेता ने दूसरे देश से आजतक ऐसी मांग नहीं की है. जेपी नड्डा ने ये भी कहा कि कांग्रेस अब देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो गई है, जब देश दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन गया है और G20 की मेजबानी कर रहा है तो ऐसे में राहुल गांधी विदेश की धरती पर भारत का अपमान कर रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ संसद के पांचवें दिन भी दोनों सदन आज हंगामे में धूल गया, विपक्ष अडाणी मामले पर सरकार से जेपीसी बनाने की मांग करता रहा और वहीं दूसरी तरफ भाजपा के तमाम बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री राहुल गांधी से माफी की मांग करते रहे.
इसी क्रम में केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल के बयान की निंदा करते हुए कहा कि सही मायने में दूर्भाग्य है कि राहुल गांधी सांसद हैं क्योंकि जिस सदन के वह सांसद हैं उसी को विदेशी धरती पर बदनाम करने का काम किया है. उनकी उपस्थिति सबसे कम है, एवरेज से भी कम. संसद कैसे काम करता है वो आयेंगे तब पता चलेगा. इसी तरह बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि राहुल गांधी और उनकी बुद्धि पर तरस आता है, संसद में उनके घर के तीन तीन लोग प्रधानमंत्री रहे, राहुल गांधी जी जब खड़े रहते हैं तो स्मार्ट दिखते हैं लेकिन जैसे ही मुंह खोलते हैं, बिना सलाहकार बिठाए हुए उनमें इतना भी नहीं है कि अकेले वह कुछ बोल सकें.
बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि राहुल गांधी ने विदेशियों के साथ मिलकर देश की मर्यादा को तार-तार कर दिया जबकि वहीं दूसरी तरफ वरुण गांधी हैं, दोनों एक ही खानदान के हैं, एक ने विदेश जाकर देश को बदनाम किया तो दूसरा विदेश जाने से ही मना कर दिया.
मामला साफ है कि जिस तरह बीजेपी के नेता इस मुद्दे को सड़क से लेकर संसद तक उठा रहे हैं, उससे साफ है कि ये मुद्दा अब 2024 के चुनाव तक एक चुनावी मुद्दा रहेगा और नरेंद्र मोदी का देशप्रेम vs राहुल गांधी के विदेश प्रेम पर लंबे लंबे चुनावी कार्यक्रम भी बनाए जायेंगे.
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