नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को जारी डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट पर सरकार पर हमला किया है. उस रिपोर्ट में WHO ने दावा किया है कि भारत में 4.7 मिलियन कोविड से मौतें हुईं. उस पर गांधी ने कहा कि "विज्ञान झूठ नहीं बोलता, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं". गांधी ने यह भी मांग की कि सरकार को उन परिवारों को आर्थिक सहायता देना चाहिए जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. सभी मृतकों के परिजनों को अनिवार्य रूप से चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए.
-
47 lakh Indians died due to the Covid pandemic. NOT 4.8 lakh as claimed by the Govt.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Science doesn't LIE. Modi does.
Respect families who've lost loved ones. Support them with the mandated ₹4 lakh compensation. pic.twitter.com/p9y1VdVFsA
">47 lakh Indians died due to the Covid pandemic. NOT 4.8 lakh as claimed by the Govt.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 6, 2022
Science doesn't LIE. Modi does.
Respect families who've lost loved ones. Support them with the mandated ₹4 lakh compensation. pic.twitter.com/p9y1VdVFsA47 lakh Indians died due to the Covid pandemic. NOT 4.8 lakh as claimed by the Govt.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 6, 2022
Science doesn't LIE. Modi does.
Respect families who've lost loved ones. Support them with the mandated ₹4 lakh compensation. pic.twitter.com/p9y1VdVFsA
राहुल ने ट्वीट किया, "47 लाख भारतीय नागरिकों की मौत कोविड-19 महामारी से हुई, जबकि सराकर की ओर से 4.8 लाख लोगों की मौत का दावा किया गया है. विज्ञान झूठ नहीं बोलता, मोदी बोलते हैं.", जैसा कि सरकार ने दावा किया है. विज्ञान झूठ नहीं बोलता. मोदीजी करते हैं." कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, "उन परिवारों का सम्मान करें जिन्होंने अपनों को खोया है. 4 लाख रुपये के मुआवजे के साथ उनका सहयोग करें.
WHO ने गुरुवार को कहा कि 14.9 मिलियन (एक मिलियन = 10 लाख) लोग या तो सीधे COVID-19 से मारे गए या स्वास्थ्य प्रणालियों और समाज पर महामारी के प्रभाव के कारण मारे गए. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 4.7 मिलियन कोविड से मौतें हुई हैं जो सरकारी आंकड़ों का 10 गुना और वैश्विक स्तर पर लगभग एक तिहाई कोविड की मौत है. भारत ने प्रामाणिक डेटा की उपलब्धता के मद्देनजर कोरोनो वायरस महामारी से जुड़े अतिरिक्त मृत्यु अनुमानों को पेश करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा गणितीय मॉडल के उपयोग पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि इस्तेमाल किए गए मॉडलों की वैधता और मजबूती और डेटा कलेक्श्न सिस्टम संदिग्ध है.
यह भी पढ़ें-कोरोना : WHO का दावा, भारत में 47 लाख मौतें, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जताई कड़ी आपत्ति
पीटीआई