अहमदाबाद : कोरोना वायरस के कारण गुजरात के अहमदाबाद में स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है. शहर के अधिकांश अस्पताल भी भर चुके हैं. मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पतालों में बेड नहीं हैं. वहीं, सरकार दावा कर रही है कि लोगों को अच्छा उपचार दिया जा रहा है.
दूसरी ओर, अहमदाबाद सिविल अस्पताल में एंबुलेंस का लगातार आना जारी है. सिर्फ अति गंभीर मरीजों को प्राथमिकता दी जा रही है, जिसके कारण एंबुलेंस की लंबी कतारें हॉस्पिटल के बहार देखने को मिल रही हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि मरीजों को एंबुलेंस से निकालकर किस जगह पर भर्ती किया जाए.
राज्य में और विशेष रूप से अहमदाबाद की गंभीर स्थिति को देखते हुए, देर रात उच्च-श्रेणी के अधिकारियों ने सिविल अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और फिर व्यवस्था बनाने के लिए बैठक की. सूत्रों का कहना है कि कुछ फैसले भी किए गए हैं.
सिविल अस्पताल में 1200 बेड फुल हो गए हैं, जिसके कारण मरीजों को एंबुलेंस में ही रखा जा रहा है. अभी 90 प्रतिशत मरीज ऑक्सीजन पर हैं, जिसके कारण स्थिति ज्यादा गंभीर बनी है.
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अहमदाबाद के सिविल अस्पताल के बाहर सोमवार को 108 एंबुलेंस की एक या दो कतार नहीं बल्कि 60 से अधिक एंबुलेंस कतार में देखने को मिले, जिनमें कोरोना के मरीज लाए गए.