वाशिंगटन : क्वाड देशों ने अक्टूबर से कोवैक्स सहित सुरक्षित और प्रभावी कोविड -19 टीकों के निर्यात को फिर से शुरू करने की भारत की घोषणा का स्वागत किया है. भारत के बायोलॉजिकल ई लिमिटेड (Biological E) द्वारा अक्टूबर 2021 तक जैनसेन वैक्सीन की 1 मिलियन डोज का उत्पादन किया जाएगा. साथ ही भारत इस पहली खेप का 50 फीसदी फाइनेंस भी करेगा.
व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान के अनुसार, 79 मिलियन कोविड -19 वैक्सीन की खुराक पहले ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में पहुंचाई जा चुकी है. बयान में कहा गया, क्वाड लीडर्स बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के उत्पादन का स्वागत करते हैं, जिसमें 2022 के अंत तक कम से कम एक बिलियन सुरक्षित और प्रभावी कोविड -19 टीकों के हमारे क्वाड निवेश शामिल है.
साथ ही बयान में कहा गया है कि आज, हमें आपूर्ति की दिशा में एक प्रारंभिक कदम की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है, जो तुरंत हिंद-प्रशांत और दुनिया को महामारी को समाप्त करने में मदद करेगा.
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इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई और जापानी समक्षकों के साथ क्वाड नेताओं के पहले व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन में शामिल हुए जिसकी मेजबानी यहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने की.
इस दौरान मोदी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि चार देशों का यह समूह दुनिया की भलाई करने वाली शक्ति की तरह कार्य करेगा और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साथ ही पूरे विश्व में शांति एवं समृद्धि सुनिश्चित करेगा. हिंद-प्रशांत क्षेत्र को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने की रणनीति के तहत नवंबर 2017 में क्वाड का गठन किया गया था जिसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.
राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा पहले प्रत्यक्ष क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए व्हाइट हाउस में एकत्र हुए हैं. अपने शुरुआती संबोधन में जो बाइडन ने कहा कि कोविड से लेकर जलवायु संबंधी साझा चुनौतियों से निपटने के लिए दुनिया के चार लोकतंत्र एक-साथ आए हैं. बाइडेन ने कहा, 'इस समूह में लोकतांत्रिक साझेदार हैं जो वैश्विक विचार साझा करते हैं और भविष्य के लिए समान दृष्टिकोण रखते हैं.'