बठिंडा: पंजाब में पराली जलाने का सिलसिला जारी है, जबकि सरकार का जिलों के प्रशासन को आदेश है कि किसानों को पराली जलाने से रोका जाए. अगर फिर भी वे नहीं मानें तो कानूनी कार्रवाई की जाए. इसी बीच बठिंडा के बुर्ज महिमा गांव का एक वायरल वीडियो सामने आया है जिसमें पराली जराने से रोकने वाले सरकारी अधिकारी को किसानों ने घेर लिया, जिसके बाद उस अधिकारी से जबरन पराली में आग लगवा दी गई. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
घटना पर किसानों ने मांगी माफी: इस मामले में अधिकारियों को घेरने वाले किसानों ने माफी मांगी है. वहीं मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इस संबंध में किसान नेता का कहना है कि 'जिला प्रशासन के साथ कई बैठकें हुई हैं, जिसमें हमने डीसी साहब को बताया कि पराली को लेकर इस तरह का विवाद हो सकता है.' उन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार सुविधाएं देने की बात करती है, लेकिन किसानों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जिसके कारण किसान आग लगाने को मजबूर हैं.
प्रशासन के साथ हुई कई बैठकें: किसानों का कहना है कि या तो हमें वैकल्पिक फसलों की कीमत दी जाए ताकि हम धान न लगाएं या फिर हर गांव में दो मशीनें दी जाएं, जो धान का प्रबंधन कर सकें. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि 'भगवंत मान खुद कहते थे कि वह किसान के बेटे हैं और उन्हें पता है कि पराली में आग कैसे लगती है, लेकिन अब भगवंत मान यह भूल गए हैं.' किसान नेताओं का कहना है कि हमने इस संबंध में सभी को सूचित कर दिया था कि अगर सुविधाएं नहीं मिलेंगी तो हम पराली में आग लगा देंगे.
दो दर्जन किसानों पर केस: इस घटना की जानकारी देते हुए डीएसपी रछपाल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद पुलिस ने करीब दो दर्जन किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने कुछ अज्ञात लोगों और कुछ किसानों के खिलाफ वारंट दर्ज किया है. डीएसपी ने बताया कि पुलिस किसानों की गिरफ्तारी के लिए गांवों में छापेमारी कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने किसानों के खिलाफ सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने और सरकारी आदेशों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है.
मुख्यमंत्री मान ने दिखाई सख्ती: इस घटना पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दुख जताया है. जिसके चलते उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि, 'प्रिय पंजाबी, आपने कौन से रास्ते अपनाए? .. पराली न जलाने का संदेश लेकर गया था सरकारी मुलाजिम, लेकिन लगा दी आग.. गुरु साहिब जी ने हवा को दिया गुरु का दर्जा.. हम ऑक्सीजन ख़त्म करने लगे हैं...कागज़ रजिस्टर होने लगे हैं.'
बठिंडा के गांव बुर्ज महिमा की घटना: यह घटना बठिंडा के बुर्ज महिमा गांव की है. पराली जलाने के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए पिछले कुछ दिनों से पंजाब भर में जिला स्तरीय अभियान शुरू किया गया है. इसके तहत किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए डीसी ऑफिस की टीम नेहियांवाला गांव पहुंची. सरकारी अधिकारी को देख किसान एकत्र हो गए और टीम को घेर लिया. इसके बाद किसानों ने अधिकारी और टीम को जाने नहीं दिया.
पराली जलाने का बनाया दबाव: दरअसल, किसान सरकार की नीतियों और पिछली बकाया राहत राशि के बारे में पूछने लगे. खुद को घिरा देख टीम वहां से निकलना चाह रही थी लेकिन उन्हें रोक दिया गया. किसानों ने दबाव बनाकर अधिकारी से पराली जलाने को कहा. खुद को घिरा देख अधिकारी ने किसानों से माचिस ली और खुद ही पराली में आग लगा दी.
बठिंडा का AQI सबसे खराब: पंजाब में शुक्रवार को पराली जलाने के 1,551 मामले सामने आने से सात शहरों की हवा खराब स्वास्थ्य श्रेणी में पहुंच गई है. शुक्रवार को राज्य के सात शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 200 से 300 के बीच रहा, जबकि बठिंडा का एक्यूआई बेहद खराब 338 तक पहुंच गया.