चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले महीने एक तेल टैंकर को आईईडी टिफिन बम से उड़ाने की कोशिश में शामिल आईएसआई समर्थित आतंकवादी मॉड्यूल के चार और सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद राज्य में हाई अलर्ट का आदेश दिया है. पिछले 40 दिनों में राज्य में पाकिस्तानी आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का चौथा मामला है.
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बुधवार को खुलासा किया कि इस मामले में एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी सहित पाक स्थित दो आतंकवादियों की भी पहचान की गई है और उन्हें नामजद किया गया है, जिसमें से एक आतंकी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था.
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राज्य की शांति भंग करने के लिए आतंकवादी समूहों द्वारा बढ़ते प्रयासों को गंभीरता से लेते हुए, खासकर स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों के फिर से खुलने के साथ-साथ त्योहारों के मौसम को देखते हुए पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने डीजीपी को विशेष रूप से बाजारों आदि के साथ-साथ राज्य भर में संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर उच्च स्तर की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है.
डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी कासिम और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे ने विस्फोट को अंजाम देने के लिए आतंकवादी मॉड्यूल को 2 लाख रुपये से अधिक पैसे देने का वादा किया था. रोडे और कासिम ने कथित तौर पर एक आतंकवादी मॉड्यूल के 4 सदस्यों को लोगों और संपत्ति को अधिकतम नुकसान पहुंचाने के लिए एक तेल टैंकर में विस्फोट करने का काम सौंपा था.
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बता दें कि 8 अगस्त 2021 को रात करीब 11:30 बजे आतंकी हमले की कोशिश की गई थी. फिलिंग स्टेशन पर लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगालने पर पता चला कि रात करीब 11 बजे चार अज्ञात लोग पेट्रोल पंप के पास आए थे और वहां कुछ मिनट रुके थे. संदिग्ध रात करीब 11:19 बजे लौटे और भागने से पहले तेल टैंकर के ईंधन टैंक पर कुछ संदिग्ध सामग्री रख दी। फिर रात करीब 11:29 बजे दो संदिग्ध दोबारा लौटे और एक मिनट के अंदर ही धमाका हो गया और आग लग गई.