चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) का सोमवार को विशेष सत्र बुलाया गया है. इस विशेष सत्र में पंजाब सरकार (Punjab Govt.) कई मुद्दों को लेकर विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर सकती है. खासतौर पर केंद्र सरकार की ओर से बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने, केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने तथा पंजाब में लागू नहीं होने देने के खिलाफ ये प्रस्ताव होंगे. 15वीं विधानसभा का यह 16वां विशेष सत्र है.
उल्लेखनीय है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार का यह पहला सत्र है. पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में पहले दिन सात हस्तियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी, उसके बाद अगल सत्र 11 नवंबर को होगा.
पढ़ें : पंजाब : विधानसभा की एक दिन की कार्यवाही में 70 लाख रुपए का खर्चा
दो दिन का विशेष सत्र
पंजाब विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र को दो दिन के लिए बढ़ा दिया गया है. इससे पहले विधानसभा का विशेष सत्र सिर्फ एक दिन के लिए आठ नवंबर को आहूत किया गया था. मंत्रिमंडल के फैसले के बाद सत्र के दूसरे दिन की बैठक 11 नवंबर को होगी.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, कई विधायी कार्यों को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल ने 15वीं पंजाब विधानसभा के 16वें विशेष सत्र को और एक दिन के लिए 11 नवंबर को बढ़ाने का फैसला लिया है.
बयान के अनुसार, परिणाम स्वरूप राज्य विधानसभा का विशेष सत्र दो दिन आठ और 11 नवंबर को आहूत होगा.