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पुनीत राजकुमार से प्ररित, नेत्रदान के लिए एक सप्ताह में 400 लोग पंजीकृत

अप्पू ने अपनी आंखें मरणोपरांत दान कीं हैं और चार व्यक्तियों की जिंदगी को रोशन कर दिया है. उनके बाद अब कई सारे लोग उनसे प्रेरित होकर नेत्रदान के लिए आगे आ रहे हैं.

पुनीत राजकुमार से प्ररित
पुनीत राजकुमार से प्ररित
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Published : Nov 9, 2021, 10:11 AM IST

हुबली : कर्नाटक के पावर स्टार पुनीत राजकुमार (Power Star Puneeth Rajkumar) के निधन के बाद नेत्रदान करने वालों की संख्या बढ़ गई है. नेत्रदान करने वाले ये लोग अन्य कोई नहीं, बल्कि पुनीत उर्फ 'अप्पू' को अपना आदर्श मानने वाले लोग हैं.

अप्पू ने अपनी आंखें मरणोपरांत दान कीं हैं और चार व्यक्तियों की जिंदगी को रोशन कर दिया है. उनके बाद अब कई सारे लोग उनसे प्रेरित होकर नेत्रदान के लिए आगे आ रहे हैं.

हुबली में हर दिन सैकड़ों लोग एमएम जोशी नेत्र अस्पताल (एमएम जोशी नेत्र बंधरा) को फोन कर नेत्रदान के बारे में जानकारी लेते हैं. इस संबंध में पिछले एक सप्ताह में 500 से अधिक लोगों ने फोन किया था. वहीं, अब तक 400 लोगों ने नेत्रदान के लिए पंजीकरण कराया है.

पढ़ें : तमिलनाडु में बारिश का कहर, मदुरै में स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद

इस बारे में अस्पताल के प्रमुख डॉ श्रीनिवास जोशी ने कहा कि पुनीत राजकुमार की मौत से पहले एक दिन में सिर्फ तीन से चार लोग ही फोन कर जानकारी प्राप्त करते थे. लेकिन अब उनके निधन के बाद कॉलिंग संख्या बढ़ गई है.

'नेत्रदान एक पुण्य कार्य है, अभिनेता पुनीत के निधन के बाद नेत्रदान के लिए आने वालों की संख्या में अचानक इजाफा एक इतिहास है. पुनीत राजकुमार कई लोगों के लिए आदर्श हैं.

हुबली : कर्नाटक के पावर स्टार पुनीत राजकुमार (Power Star Puneeth Rajkumar) के निधन के बाद नेत्रदान करने वालों की संख्या बढ़ गई है. नेत्रदान करने वाले ये लोग अन्य कोई नहीं, बल्कि पुनीत उर्फ 'अप्पू' को अपना आदर्श मानने वाले लोग हैं.

अप्पू ने अपनी आंखें मरणोपरांत दान कीं हैं और चार व्यक्तियों की जिंदगी को रोशन कर दिया है. उनके बाद अब कई सारे लोग उनसे प्रेरित होकर नेत्रदान के लिए आगे आ रहे हैं.

हुबली में हर दिन सैकड़ों लोग एमएम जोशी नेत्र अस्पताल (एमएम जोशी नेत्र बंधरा) को फोन कर नेत्रदान के बारे में जानकारी लेते हैं. इस संबंध में पिछले एक सप्ताह में 500 से अधिक लोगों ने फोन किया था. वहीं, अब तक 400 लोगों ने नेत्रदान के लिए पंजीकरण कराया है.

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इस बारे में अस्पताल के प्रमुख डॉ श्रीनिवास जोशी ने कहा कि पुनीत राजकुमार की मौत से पहले एक दिन में सिर्फ तीन से चार लोग ही फोन कर जानकारी प्राप्त करते थे. लेकिन अब उनके निधन के बाद कॉलिंग संख्या बढ़ गई है.

'नेत्रदान एक पुण्य कार्य है, अभिनेता पुनीत के निधन के बाद नेत्रदान के लिए आने वालों की संख्या में अचानक इजाफा एक इतिहास है. पुनीत राजकुमार कई लोगों के लिए आदर्श हैं.

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