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निर्माणाधीन अस्पताल में गुजरात की एजेंसी को 4 करोड़ का अतिरिक्त भुगतान, जांच के आदेश - hospital

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बन रहे हजार बिस्तरों वाले अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा होने से पहले ही भ्रष्टाचार का मामला सामने आ गया है. यहां गुजरात की एजेंसी को बिना काम किए ही करीब ₹4 करोड़ का अतिरिक्त भुगतान कर दिया गया है.

हॉस्पिटल-अंडर-कंस्ट्रक्शन-इन-ग्वालियर
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Published : Jul 26, 2021, 10:30 PM IST

ग्वालियर : मध्य प्रदेश का ग्वालियर चंबल क्षेत्र स्वास्थ्य सेवाओं में जुड़ने से पहले ही विवादों में घिर गया है. यहां पॉटरीज की जमीन पर बन रहे हजार बिस्तरों वाले अस्पताल में अब निर्माण करने वाली गुजरात की एजेंसी को बिना काम के किए करीब ₹4 करोड़ का अतिरिक्त भुगतान कर दिया गया है. जब ये घोटाला पिछले दिनों ही सुर्खियों में आया तो इसके बाद से जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट और लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव ने इस मामले में जांच के आदेश दिए.

अस्पताल को जल्द पूरा करने के निर्देश

पीआईयू यानी प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट के एडिशनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीके आरव ने इन दिनों ग्वालियर में रूके हुए है. वह पीआईयू के अधिकारियों लोक निर्माण विभाग के अफसरों और अस्पताल प्रबंधन के बीच बैठक कर रहे हैं. सोमवार को अतिरिक्त परियोजना संचालक आरव अपनी रिपोर्ट भोपाल भेजेंगे और वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हजार बिस्तरों वाले अस्पताल को आधे बिस्तर का अस्पताल बनाने का जल्द निर्देश दिया है.

कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार अस्पताल के बारे में जानकारी देते हुए

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए अस्पताल का निर्माण भी जल्द किया जा रहा था, लेकिन इस बीच पीआईयू के सब इंजीनियर पीएन रायपुरिया ने 4 पेज की एक शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की है जिसमें बताया गया है कि किस तरह से अनियमितता और भ्रष्टाचार तथा बिना कार्य के ₹3 करोड़ 85 लाख का भुगतान निर्माणकर्ता एजेंसी को किया गया है.

आपको बता दें कि पीएन रायपुरिया के मार्ग निर्देशन में ₹338 करोड़ की लागत से बन रहे अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है. उन्हीं के द्वारा की गई शिकायत से अस्पताल प्रबंधन लोक निर्माण विभाग और पीआईयू के वरिष्ठ अफसर कटघरे में खड़े हो गए हैं. इस बारे में कोई भी अफसर बात करने के लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने एक बार फिर कहा है कि अस्पताल के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है. अस्पताल बनाने में जिस चंबल की रेत का इस्तेमाल में किया जा रहा है. वह प्लास्टर के लिहाज से बिल्कुल भी सही नहीं है.

मंत्री प्रदुमन तोमर ने कही ये बात

इसके अलावा घटिया निर्माण जंग लगे सरिया भी अस्पताल के निर्माण में उपयोग में लाए गए हैं. जिसकी समय-समय पर शिकायत की जाती रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले को विधानसभा में उठाएंगे, बल्कि लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में भी इस मामले की शिकायत करेंगे. उधर, कोविड प्रभारी मंत्री प्रदुमन तोमर का कहना है कि इस मामले की जांच चल रही है.जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़े-किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे राहुल गांधी

ग्वालियर : मध्य प्रदेश का ग्वालियर चंबल क्षेत्र स्वास्थ्य सेवाओं में जुड़ने से पहले ही विवादों में घिर गया है. यहां पॉटरीज की जमीन पर बन रहे हजार बिस्तरों वाले अस्पताल में अब निर्माण करने वाली गुजरात की एजेंसी को बिना काम के किए करीब ₹4 करोड़ का अतिरिक्त भुगतान कर दिया गया है. जब ये घोटाला पिछले दिनों ही सुर्खियों में आया तो इसके बाद से जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट और लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव ने इस मामले में जांच के आदेश दिए.

अस्पताल को जल्द पूरा करने के निर्देश

पीआईयू यानी प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट के एडिशनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीके आरव ने इन दिनों ग्वालियर में रूके हुए है. वह पीआईयू के अधिकारियों लोक निर्माण विभाग के अफसरों और अस्पताल प्रबंधन के बीच बैठक कर रहे हैं. सोमवार को अतिरिक्त परियोजना संचालक आरव अपनी रिपोर्ट भोपाल भेजेंगे और वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हजार बिस्तरों वाले अस्पताल को आधे बिस्तर का अस्पताल बनाने का जल्द निर्देश दिया है.

कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार अस्पताल के बारे में जानकारी देते हुए

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए अस्पताल का निर्माण भी जल्द किया जा रहा था, लेकिन इस बीच पीआईयू के सब इंजीनियर पीएन रायपुरिया ने 4 पेज की एक शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की है जिसमें बताया गया है कि किस तरह से अनियमितता और भ्रष्टाचार तथा बिना कार्य के ₹3 करोड़ 85 लाख का भुगतान निर्माणकर्ता एजेंसी को किया गया है.

आपको बता दें कि पीएन रायपुरिया के मार्ग निर्देशन में ₹338 करोड़ की लागत से बन रहे अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है. उन्हीं के द्वारा की गई शिकायत से अस्पताल प्रबंधन लोक निर्माण विभाग और पीआईयू के वरिष्ठ अफसर कटघरे में खड़े हो गए हैं. इस बारे में कोई भी अफसर बात करने के लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने एक बार फिर कहा है कि अस्पताल के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है. अस्पताल बनाने में जिस चंबल की रेत का इस्तेमाल में किया जा रहा है. वह प्लास्टर के लिहाज से बिल्कुल भी सही नहीं है.

मंत्री प्रदुमन तोमर ने कही ये बात

इसके अलावा घटिया निर्माण जंग लगे सरिया भी अस्पताल के निर्माण में उपयोग में लाए गए हैं. जिसकी समय-समय पर शिकायत की जाती रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले को विधानसभा में उठाएंगे, बल्कि लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में भी इस मामले की शिकायत करेंगे. उधर, कोविड प्रभारी मंत्री प्रदुमन तोमर का कहना है कि इस मामले की जांच चल रही है.जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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