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MP Chunav 2023: चंबल से निमाड़ तक, विंध्य से बुंदेलखंड तक, प्रियंका गांधी का तूफानी दौरा, दिग्गजों के साथ रोड शो

एमपी चुनाव 2023 को लेकर कांग्रेस अब कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. कर्नाटक में मिली बंपर जीत का सिलसिला जारी रखने के लिए कांग्रेस हर वो कोशिस कर रही है जिससे चुनाव में फतह हो. कांग्रेस ने एमपी में अब राहुल गांधी से पहले प्रियंका को उतारा है. जानें क्या है इस कदम के सियासी मायने.

MP Chunav 2023
एमपी कांग्रेस
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Published : Jun 8, 2023, 10:09 PM IST

Updated : Jun 9, 2023, 1:02 PM IST

एमपी कांग्रेस का प्लॉन

भोपाल। विधानसभा चुनाव में पार्टी की खोई जमीन फिर से पाने के लिए इस बार कांग्रेस ने राहुल गांधी के पहले प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में उतारा है. पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी 12 जून से कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरूआत करने जा रही है. इसके बाद प्रियंका गांधी प्रदेश के तमाम संभागीय मुख्यालय पर पहुंचेगी. प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान प्रियंका गांधी की रैली के साथ रोड शो भी होंगे. पार्टी नेताओं के मुताबिक प्रियंका गांधी के बाद राहुल गांधी भी मध्यप्रदेश आएंगे.

डबल इंजन का तिलस्म तोड़ने की उम्मीद: दो राज्यों में कांग्रेस को जीत दिलाने के बाद स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी मध्यप्रदेश के महाकौशल प्रांत से पार्टी चुनाव अभियान का श्रीगणेश करने जा रही है. मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेता प्रियंका गांधी से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वे मध्यप्रदेश में बीजेपी की डबल इंजन सरकार का तिलिस्म को ध्वस्त करने में कामयाब होंगी. इसलिए प्रियंका गांधी की मौजूदगी सिर्फ महाकौशल प्रांत तक ही सीमित नहीं रहेंगी. पार्टी ने प्रियंका की रैलियां प्रदेश के तमाम संभागीय मुख्यालय पर कराने की योजना तैयार की है, खासतौर से उन इलाकों के संभागों पर खास फोकस किया जा रहा है, जिन्हें प्रदेश में सत्ता की चाबी माना जाता है. लिहाजा प्रियंका गांधी महाकौशल के बाद ग्वालियर-चंबल, निमाड़-मालवा, विंध्य और बुंदेलखंड के संभागों में भी पहुंचेगी. चुनाव प्रचार में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के सहित पार्टी के तमाम सीनियर लीडर मौजूद रहेंगे.

‘सॉफ्ट हिंदुत्व‘ के एजेंडे पर चलेंगी प्रियंका: कर्नाटक चुनाव से साफ है कि कांग्रेस आगामी चुनावों में सॉफ्ट एजेंडे के रास्ते पर चलेगी. यह प्रियंका गांधी के एमपी दौरे में भी दिखाई देगा. 12 जून को मध्यप्रदेश के जबलपुर में प्रियंका गांधी अपने दौरे की शुरूआत मां नर्मदा की पूजा-अर्चना से करने जा रही हैं. दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका फायदा मिला था. पिछले चुनाव में मध्यप्रदेश कांग्रेस अभियान की शुरूआत राहुल गांधी ने की थी. मध्यप्रदेश चुनाव प्रचार के दौरान वे चित्रकूट के कामतानाथ मंदिर, दतिया की मां पीतांबरा पीठ, ग्वालियर के गोपाल मंदिर, ग्वालियर के ही अचलेश्वर मंदिर, उज्जैन महाकाल मंदिर गए थे. इस तरह उन्होंने 5 मंदिरों में जाकर 28 सीटों को कवर किया था और इसमें से 13 पर कांग्रेस को जीत मिली थी. कर्नाटक चुनाव के दौरान प्रियंका भी शिमला के प्रसिद्ध जाखू हनुमान मंदिर और इसके पहले श्रृंगेरी शारदा पीठ पहुंची थीं.

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आधी आबादी पर फोकस: उधर लाड़ली बहना योजना के जरिए बीजेपी जिस तरह महिला मतदाताओं में अपनी पैठ जमा रही हैं, कांग्रेस को उम्मीद है प्रियंका की एंट्री से यह खत्म हो जाएगा. कांग्रेस महिला मोर्चा की प्रभारी शोभा ओझा कहती हैं कि बीजेपी को सिर्फ चुनाव के समय ही महिलाएं याद आती हैं. यदि बीजेपी का फोकस महिला वर्ग होता तो मध्यप्रदेश महिला अपराध में नंबर 1 पर नहीं होता. मध्यप्रदेश में बीजेपी 18 साल से हैं और इस दौरान हर वर्ग की महिलाओं के साथ दुराचार हुआ है. थाने तक तक महिलाओं के साथ दुराचार हुआ है. प्रियंका गांधी की 12 जून को होने वाली रैली बीजेपी को करारा जवाब मिलने वाला है. बीजेपी प्रवक्ता नेता बग्गा ने प्रियंका गांधी की रैली को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी जबलपुर आएं या कहीं भी आएं, उनकी आदत है ट्रैवल टूरिज्म है. उनकी उपलब्धि एक ही है कि वे इंदिरा गांधी की पोती हैं. इंदिरा गांधी से उनका चेहरा मिलता है. उन्होंने कभी संगठन का काम ही नहीं किया तो फिर वे मध्यप्रदेश में आकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का क्या सीख देंगी.

एमपी कांग्रेस का प्लॉन

भोपाल। विधानसभा चुनाव में पार्टी की खोई जमीन फिर से पाने के लिए इस बार कांग्रेस ने राहुल गांधी के पहले प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में उतारा है. पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी 12 जून से कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरूआत करने जा रही है. इसके बाद प्रियंका गांधी प्रदेश के तमाम संभागीय मुख्यालय पर पहुंचेगी. प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान प्रियंका गांधी की रैली के साथ रोड शो भी होंगे. पार्टी नेताओं के मुताबिक प्रियंका गांधी के बाद राहुल गांधी भी मध्यप्रदेश आएंगे.

डबल इंजन का तिलस्म तोड़ने की उम्मीद: दो राज्यों में कांग्रेस को जीत दिलाने के बाद स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी मध्यप्रदेश के महाकौशल प्रांत से पार्टी चुनाव अभियान का श्रीगणेश करने जा रही है. मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेता प्रियंका गांधी से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वे मध्यप्रदेश में बीजेपी की डबल इंजन सरकार का तिलिस्म को ध्वस्त करने में कामयाब होंगी. इसलिए प्रियंका गांधी की मौजूदगी सिर्फ महाकौशल प्रांत तक ही सीमित नहीं रहेंगी. पार्टी ने प्रियंका की रैलियां प्रदेश के तमाम संभागीय मुख्यालय पर कराने की योजना तैयार की है, खासतौर से उन इलाकों के संभागों पर खास फोकस किया जा रहा है, जिन्हें प्रदेश में सत्ता की चाबी माना जाता है. लिहाजा प्रियंका गांधी महाकौशल के बाद ग्वालियर-चंबल, निमाड़-मालवा, विंध्य और बुंदेलखंड के संभागों में भी पहुंचेगी. चुनाव प्रचार में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के सहित पार्टी के तमाम सीनियर लीडर मौजूद रहेंगे.

‘सॉफ्ट हिंदुत्व‘ के एजेंडे पर चलेंगी प्रियंका: कर्नाटक चुनाव से साफ है कि कांग्रेस आगामी चुनावों में सॉफ्ट एजेंडे के रास्ते पर चलेगी. यह प्रियंका गांधी के एमपी दौरे में भी दिखाई देगा. 12 जून को मध्यप्रदेश के जबलपुर में प्रियंका गांधी अपने दौरे की शुरूआत मां नर्मदा की पूजा-अर्चना से करने जा रही हैं. दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका फायदा मिला था. पिछले चुनाव में मध्यप्रदेश कांग्रेस अभियान की शुरूआत राहुल गांधी ने की थी. मध्यप्रदेश चुनाव प्रचार के दौरान वे चित्रकूट के कामतानाथ मंदिर, दतिया की मां पीतांबरा पीठ, ग्वालियर के गोपाल मंदिर, ग्वालियर के ही अचलेश्वर मंदिर, उज्जैन महाकाल मंदिर गए थे. इस तरह उन्होंने 5 मंदिरों में जाकर 28 सीटों को कवर किया था और इसमें से 13 पर कांग्रेस को जीत मिली थी. कर्नाटक चुनाव के दौरान प्रियंका भी शिमला के प्रसिद्ध जाखू हनुमान मंदिर और इसके पहले श्रृंगेरी शारदा पीठ पहुंची थीं.

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Last Updated : Jun 9, 2023, 1:02 PM IST
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