भिवानी : हरियाणा के भिवानी जिले का सुई गांव (Sui Village Of Bhiwani) अब किसी पहचान की मोहताज नहीं है. यह गांव हरियाणा का स्वप्रेरित आदर्श गांव है जिसका विकास गांववालों ने मिलकर किया है. अब इस गांव को इस क्षेत्र का टूरिज्म हब (Tourist Hub Sui Village) माना जाने लगा है.
गांव सुई में आठ छोटे-बड़े पार्क के अलावा 500 लोगों की बैठने की क्षमता वाला ऑडिटॉरियम यहां टूरिस्टों को आकर्षित करता है. साल 2014 में इस आदर्श गांव सुई का शिलान्यास सीएम मनोहर लाल खट्टर ने किया था. अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 17 नवंबर को गांव के विकास कार्यों को ग्रामीणों को समर्पित करने के लिए (President Ram Nath Kovind Visit Haryana) पहुंच रहे हैं.
सुई गांव के विकास में गांव के ही निवासी श्रीकिशन जिंदल ने अब तक लगभग 50 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. श्रीकिशन जिंदल ने साल 2014 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में सुई गांव को गोद लिया था. गांव के विकास के लिए एक समिति का भी गठन किया गया है.
इस समिति के सदस्य अजीत ने बताया कि आज उनका गांव सुई शहर की तर्ज पर विकसित हो गया है. दूर-दूर से लोग उनके गांव को देखने के लिए पहुंचते हैं. गांव की विशेषताओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि गांव में छोटे-बड़े आठ पार्क हैं.
गांव के सरकारी स्कूल में साइंस लैब, कम्प्यूटर लैब और 500 बच्चों के एक साथ पढ़ने के लिए बड़ी लाइब्रेरी है. इसके अलावा गांव में सीएचसी सेंटर और पशु चिकित्सालय, शहीद पार्क, आठ एकड़ में बना हर्बल पार्क, 500 लोगों के बैठने की क्षमता का इन्डोर ऑडिटोरियम, आउटडोर और इंडोर खेल स्टेडियम के अलावा छह एकड़ में एक झील बनी हुई है. यहां आने वाले टूरिस्टों के लिए बोटिंग, रेस्ट रूम, झूले लगे हुए हैं जो इस गांव को एक शहर का लुक देते हैं.
इसके अलावा गांव के तीन तालाबों को नए सिरे से बनाया गया है. गांव की लगभग सभी गलियों को सीमेंट के ब्लॉकों से पक्का किया गया है. इस पर लगभग 50 करोड़ रुपये का खर्च अब तक किया जा चुका है. गांव में कॉलेज बनाने और पीने के पानी के लिए बड़े स्तर का आरओ लगाने की प्रक्रिया अभी अंतिम चरण में है.
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 1400 पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही राष्ट्रपति से नजदीकी भेंट करने वाले ग्राम विकास कमेटी के सदस्यों सहित अन्य गांव वालों का कोविड टेस्ट भी प्रोटोकॉल के तहत किया जा चुका है. वहीं गांव को दुल्हन की तरह सजाकर तैयार कर दिया गया है. उम्मीद करते हैं कि देश के बाकी गांव भी हरियाणा के इस गांव से प्रेरणा लेकर इसी तरह के विकास कार्य करेंगे.