बेंगलुरु : कर्नाटक में करीब 21 लाख स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों एवं गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड-19 टीकों की बूस्टर (एहतियाती) खुराक दी जाएगी. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को यह जानकारी दी. कोविन पोर्टल के अनुसार जिन स्वास्थ्यकर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को दूसरी खुराक लिए हुए नौ महीने या 39 सप्ताह पूरे हो गए हैं वे इस एहतियाती खुराक के लिए पात्र होंगे.
यही मापदंड अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए भी है. एहतियात खुराक के लिए किसी चिकित्सा प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं होगी. एहतियाती खुराक के तौर पर वही टीका दिया जाएगा जिसकी दो खुराक पूर्व में दी गई होंगी. कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) यहां अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय एवं शोध केंद्र में सोमवार को दस बजे इस एहतियाती खुराक टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेंगे. सभी जिलों में प्रभारी मंत्री एवं सभी तालुकों में संबंधित विधायक इस कार्यक्रम को शुरू करेंगे.
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विभाग ने स्पष्ट किया कि जिन्हें स्पूतनिक टीके की पहली एवं दूसरी खुराक लगी हैं वे इस एहतियाती खुराक के पात्र नहीं होंगे. सभी सरकारी कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों पर टीका मुफ्त लगाया जाएगा.
(पीटीआई-भाषा)