मेहसाणा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दिवंगत मां हीराबेन को श्रद्धांजलि देने के लिए रविवार को मोदी के जन्मस्थान वडनगर में आयोजित प्रार्थना सभा में बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों के नेता और अन्य क्षेत्रों के लोग उपस्थित रहे. हीराबेन का शुक्रवार को अहमदाबाद में निधन हो गया था. वह 99 वर्ष की थीं. वडनगर के व्यापारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार से तीन दिन के लिए बाजार बंद किया है.
वडनगर के जवाहर नवोदय विद्यालय सभागर में रविवार सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित प्रार्थना सभा में गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी, केंद्रीय मंत्री पुरषोत्तम रूपाला, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, विधायक पूर्णेश मोदी तथा जेठा भारवाड़ और अन्य लोगों ने भाग लिया. हीराबेन के परिजनों द्वारा आयोजित प्रार्थना सभा में भारतीय जनता पार्टी के नेता संजय जोशी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष निमा आचार्य तथा पूर्व विधायक माया कोडनानी भी उपस्थित रहीं.
गुजरात के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे शुभचिंतकों और वड़नगर के निवासियों ने सुबह से कतारबद्ध होकर हीराबेन को श्रद्धांजलि दी. कोडनानी ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा, 'हीराबा ने 'विश्व रत्न' नरेन्द्रभाई को जन्म दिया, जो आज पूरी दुनिया में भारत को गौरव दिला रहे हैं और उसे 'विश्व गुरु' बनाने की दिशा में लगे हुए हैं.' पूर्व उपमुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि अहमदाबाद शहर से तथा राज्य के अन्य हिस्सों से आए धार्मिक, सामाजिक एवं राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रार्थना सभा में भाग लिया.
गौरतलब है कि हीराबेन का अंतिम संस्कार प्रधानमंत्री मोदी, उनके भाइयों और परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में गांधीनगर के एक श्मशान घाट में किया गया था. बता दें कि हीराबेन के परिवार में उनके पांच बेटे - प्रधानमंत्री मोदी और उनके भाई सोमाभाई, अमृतभाई, प्रह्लादभाई व पंकजभाई - और बेटी वसंतीबेन हैं. हीराबेन गांधीनगर शहर के पास रायसन गांव में प्रधानमंत्री मोदी के छोटे भाई पंकज मोदी के साथ रहती थीं.
उन्हें हीरा बा भी कहा जाता था. प्रधानमंत्री जब भी गुजरात दौरे पर होते थे, तो अक्सर रायसन जाकर अपनी मां से जरूर मिलते थे. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 'शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम... मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है.'
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उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि 'काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से'. हीराबेन के निधन पर दुनिया भर के नेताओं और सरकारों की ओर से शोक संदेश दिए गए. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से लेकर पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन की सरकारों की ओर से हीराबेन के निधन पर दुख जताया.
(एक्सट्रा इनपुट भाषा)