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प्रयागराज: 3 दिन तक बेटी के शव के साथ घर में बंद रहा परिवार, ये था कारण...

प्रयागराज के करछना क्षेत्र के डीहा गांव में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक परिवार अपनी 18 वर्षीय बेटी दीपिका यादव के शव के साथ 3 दिन तक घर के भीतर बंद रहा. दुर्गंध आने पर ग्रामीणों से मिली सूचना पर पुलिस पहुंची तो घटना की जानकारी हुई. भीतर जाने पर पुलिस को घर के अन्य सदस्य विक्षिप्त अवस्था में दिखाई दिए. बताया जा रहा है कि परिवार के सदस्य तंत्र-मंत्र से मृतक बेटी को जिंदा करने में जुटे थे.

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3 दिन पहले ही हो चुकी थी मौत
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Published : Jun 29, 2022, 7:33 PM IST

प्रयागराज: जनपद के करछना इलाके के डीहा गांव से सनसनीखेज घटना सामने आई है. जहां परिवार के लोगों ने अपनी 18 वर्षीय बेटी की लाश केवल इस अंधविश्वास में 3 दिन तक घर में बंद रखी कि तंत्र-मंत्र के माध्यम से उसे पुन: जीवित कर लेंगे, लेकिन जब इसकी भनक मंगलवार की शाम ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब यह खौफनाक मंजर देखा तो सब की रूह कांप गई. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर परिजनों से पूछताछ कर रही है.

3 दिन पहले ही हो चुकी थी मौत
करछना थाना क्षेत्र के डीहा गांव में अभयराज यादव अपने परिवार के साथ रहते हैं. सूत्रों की मानें तो अभयराज की बेटी 18 वर्षीय दीपिका की मौत 3 दिन पहले ही संदिग्ध परिस्थितियों में हो चुकी थी. 3 दिन तक परिवार वालों ने दीपिका का अंतिम संस्कार नहीं किया जिसकी भनक मंगलवार को ग्रामीणों को लग गई. पता चला कि घर के अंदर ही तंत्र-मंत्र के माध्यम से परिवार अपनी बेटी को जीवित करने का प्रयास कर रहा है.

ग्रामीणों की सूचना पर जब करछना थाने की पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां का मंजर देखते ही रह गई. जहां मृतक लड़की को फर्श पर लिटा कर परिवार झाड़-फूंक कर रहा था. पुलिस के रोकने पर परिवार ने विरोध करना शुरू किया, लेकिन पुलिस ने किसी तरह शव को परिवार के कब्जे से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पुलिस के मुताबिक परिवार की मानसिक हालत ठीक नहीं है, जिसके चलते पहले इनकी मानसिक हालत की जांच कराई जाएगी और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढे़ं-प्रशासन के समझाने पर माने परिजन, अंतिम संस्कार के लिए ले गए दुष्कर्म के आरोपी का शव

प्रयागराज: जनपद के करछना इलाके के डीहा गांव से सनसनीखेज घटना सामने आई है. जहां परिवार के लोगों ने अपनी 18 वर्षीय बेटी की लाश केवल इस अंधविश्वास में 3 दिन तक घर में बंद रखी कि तंत्र-मंत्र के माध्यम से उसे पुन: जीवित कर लेंगे, लेकिन जब इसकी भनक मंगलवार की शाम ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब यह खौफनाक मंजर देखा तो सब की रूह कांप गई. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर परिजनों से पूछताछ कर रही है.

3 दिन पहले ही हो चुकी थी मौत
करछना थाना क्षेत्र के डीहा गांव में अभयराज यादव अपने परिवार के साथ रहते हैं. सूत्रों की मानें तो अभयराज की बेटी 18 वर्षीय दीपिका की मौत 3 दिन पहले ही संदिग्ध परिस्थितियों में हो चुकी थी. 3 दिन तक परिवार वालों ने दीपिका का अंतिम संस्कार नहीं किया जिसकी भनक मंगलवार को ग्रामीणों को लग गई. पता चला कि घर के अंदर ही तंत्र-मंत्र के माध्यम से परिवार अपनी बेटी को जीवित करने का प्रयास कर रहा है.

ग्रामीणों की सूचना पर जब करछना थाने की पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां का मंजर देखते ही रह गई. जहां मृतक लड़की को फर्श पर लिटा कर परिवार झाड़-फूंक कर रहा था. पुलिस के रोकने पर परिवार ने विरोध करना शुरू किया, लेकिन पुलिस ने किसी तरह शव को परिवार के कब्जे से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पुलिस के मुताबिक परिवार की मानसिक हालत ठीक नहीं है, जिसके चलते पहले इनकी मानसिक हालत की जांच कराई जाएगी और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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