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Pragya Thakur Controversy: साध्वी प्रज्ञा ने किया बाबरी विध्वंस का जिक्र, समुदाय विशेष को लेकर लगाया विवादित नारा - Pragya Thakur Controversy

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में चल रहे राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के 2 दिन की संगोष्ठी में भाषण देने पहुंचीं बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने विवादित बयान दिया. बाबरी विध्वंस का जिक्र करते हुए साध्वी ने मंच से समुदाय विशेष को लेकर विवादित नारा लगाया.

Pragya Thakur Controversy
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर
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Published : Jun 12, 2023, 8:15 PM IST

साध्वी प्रज्ञा का विवादित बयान

भोपाल। बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने समुदाय विशेष को लेकर एक विवादित नारा लगाया है. यह नारा राम जन्मभूमि के समय का है. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि अब यह नारे नहीं लगाएंगे तो कब लगाएंगे. थोड़ा आनंद तो लेने दो, अब तो राम मंदिर बन रहा है. सांसद प्रज्ञा ने बताया कि यह नारा बाबरी विध्वंस के दौरान हिंदू संगठनों की जुबान पर था. इसी नारे को लेकर प्रज्ञा सिंह ठाकुर बाबरी ढांचा गिराने पहुंची थीं. उस समय का जिक्र करते हुए उन्होंने यह खुलासा किया है और इस विवादित नारे को एक बार फिर दोहराया.

साध्वी प्रज्ञा ने लगाया विवादित नारा: साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के 2 दिन की संगोष्ठी के दौरान अपना भाषण दे रही थीं. इस दौरान उन्होंने यहां मौजूद लोगों के सामने 1992 में हुए बाबरी विध्वंस का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पिता ने उनसे कहा था कि तुम जा रही हो, नेक काम के लिए जा रही हो. इसलिए सोचना मत कि वापस भी आओगी. प्रज्ञा सिंह ठाकुर कहती हैं कि हम सभी वहां पहुंचे थे और पूरी तैयारी के साथ में थे. केरल, कन्याकुमारी, पंजाब से लेकर महाराष्ट्र तक सभी जगह से लोग वहां एकत्रित हो रहे थे. वहां पर ढांचा गिरा दिया गया. उसका मलबा हटाकर आसपास टेंट भी लगा दिया गया. जब हम लौट कर वापस आ रहे थे, तब देशभर में कर्फ्यू लग चुका था. हमारे साथियों ने हमसे कहा कि नारे मत लगाना, लेकिन हम कहां चुप रहने वाले थे.

विपक्ष को भी घेरा: प्रज्ञा सिंह ठाकुर यहीं नहीं रुकी उन्होंने इस दौरान विपक्षी पार्टियों पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिन्होंने राम के अस्तित्व को नकारा है और रामसेतु को भी काल्पनिक बताया है, ऐसे लोगों का अब नाश होगा. कांग्रेस पार्टी लगातार इस विषय को लेकर सवाल उठाती आई है. राम मंदिर को लेकर उसने कई बार सवाल उठाए हैं. अब राम मंदिर जब बन रहा है तो देखना कांग्रेस पार्टी का भी नाश होगा.

बाबरी विध्वंस का जिक्र: सांसद ने बाबरी विध्वंस का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय वहां का माहौल बेहद ही उत्साहित नजर आ रहा था. हर कार्यकर्ता और हर जनसेवक यही चाह रहा था कि किसी भी तरह राम की जन्मभूमि पर उनका मंदिर बने. ऐसे में वहां निर्मित विवादित ढांचे को हमने गिराने का काम शुरू किया. हम पूरी तैयारी के साथ वहां गए थे. मेरे पिता की वह बातें मुझे आज भी याद है, जब उन्होंने कहा था कि अपने जीवन का मोह मत करना, चाहे प्राण चले जाएं, लेकिन राम मंदिर का निर्माण जरूरी है.

यहां पढ़ें...

संस्कृत विश्वविद्यालय ने सोशल मीडिया पेज से हटाया वीडियो: प्रज्ञा ठाकुर ने आगे बढ़ते हुए कहा कि अब बेहद खुशी महसूस होती है, अब राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और इस निर्माण के पीछे हमारा भी छोटा सा योगदान है. उस समय को याद करते हुए प्रज्ञा सिंह कहती हैं कि तब राम जन्मभूमि पर राम का छोटा सा मंदिर भी निर्मित हो जाए, इसका ही लोगों को सपना था, लेकिन अब भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है जो अविस्मरणीय है. बता दें संस्कृत विश्वविद्यालय के इस कार्यक्रम को विश्वविद्यालय ने अपने फेसबुक पेज पर भी लाइव अपडेट अपलोड किया था, लेकिन विवाद बढ़ने के चलते इस वीडियो को हटा दिया गया है. वहीं इस मामले में साध्वी कुछ भी बोलने से बच रही हैं.

साध्वी प्रज्ञा का विवादित बयान

भोपाल। बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने समुदाय विशेष को लेकर एक विवादित नारा लगाया है. यह नारा राम जन्मभूमि के समय का है. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि अब यह नारे नहीं लगाएंगे तो कब लगाएंगे. थोड़ा आनंद तो लेने दो, अब तो राम मंदिर बन रहा है. सांसद प्रज्ञा ने बताया कि यह नारा बाबरी विध्वंस के दौरान हिंदू संगठनों की जुबान पर था. इसी नारे को लेकर प्रज्ञा सिंह ठाकुर बाबरी ढांचा गिराने पहुंची थीं. उस समय का जिक्र करते हुए उन्होंने यह खुलासा किया है और इस विवादित नारे को एक बार फिर दोहराया.

साध्वी प्रज्ञा ने लगाया विवादित नारा: साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के 2 दिन की संगोष्ठी के दौरान अपना भाषण दे रही थीं. इस दौरान उन्होंने यहां मौजूद लोगों के सामने 1992 में हुए बाबरी विध्वंस का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पिता ने उनसे कहा था कि तुम जा रही हो, नेक काम के लिए जा रही हो. इसलिए सोचना मत कि वापस भी आओगी. प्रज्ञा सिंह ठाकुर कहती हैं कि हम सभी वहां पहुंचे थे और पूरी तैयारी के साथ में थे. केरल, कन्याकुमारी, पंजाब से लेकर महाराष्ट्र तक सभी जगह से लोग वहां एकत्रित हो रहे थे. वहां पर ढांचा गिरा दिया गया. उसका मलबा हटाकर आसपास टेंट भी लगा दिया गया. जब हम लौट कर वापस आ रहे थे, तब देशभर में कर्फ्यू लग चुका था. हमारे साथियों ने हमसे कहा कि नारे मत लगाना, लेकिन हम कहां चुप रहने वाले थे.

विपक्ष को भी घेरा: प्रज्ञा सिंह ठाकुर यहीं नहीं रुकी उन्होंने इस दौरान विपक्षी पार्टियों पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिन्होंने राम के अस्तित्व को नकारा है और रामसेतु को भी काल्पनिक बताया है, ऐसे लोगों का अब नाश होगा. कांग्रेस पार्टी लगातार इस विषय को लेकर सवाल उठाती आई है. राम मंदिर को लेकर उसने कई बार सवाल उठाए हैं. अब राम मंदिर जब बन रहा है तो देखना कांग्रेस पार्टी का भी नाश होगा.

बाबरी विध्वंस का जिक्र: सांसद ने बाबरी विध्वंस का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय वहां का माहौल बेहद ही उत्साहित नजर आ रहा था. हर कार्यकर्ता और हर जनसेवक यही चाह रहा था कि किसी भी तरह राम की जन्मभूमि पर उनका मंदिर बने. ऐसे में वहां निर्मित विवादित ढांचे को हमने गिराने का काम शुरू किया. हम पूरी तैयारी के साथ वहां गए थे. मेरे पिता की वह बातें मुझे आज भी याद है, जब उन्होंने कहा था कि अपने जीवन का मोह मत करना, चाहे प्राण चले जाएं, लेकिन राम मंदिर का निर्माण जरूरी है.

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संस्कृत विश्वविद्यालय ने सोशल मीडिया पेज से हटाया वीडियो: प्रज्ञा ठाकुर ने आगे बढ़ते हुए कहा कि अब बेहद खुशी महसूस होती है, अब राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और इस निर्माण के पीछे हमारा भी छोटा सा योगदान है. उस समय को याद करते हुए प्रज्ञा सिंह कहती हैं कि तब राम जन्मभूमि पर राम का छोटा सा मंदिर भी निर्मित हो जाए, इसका ही लोगों को सपना था, लेकिन अब भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है जो अविस्मरणीय है. बता दें संस्कृत विश्वविद्यालय के इस कार्यक्रम को विश्वविद्यालय ने अपने फेसबुक पेज पर भी लाइव अपडेट अपलोड किया था, लेकिन विवाद बढ़ने के चलते इस वीडियो को हटा दिया गया है. वहीं इस मामले में साध्वी कुछ भी बोलने से बच रही हैं.

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