नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, 2020 में निधन से पहले तीन दशक से अधिक समय तक जिस बंगले में रहे थे, वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद नया आवास हो सकता है. सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि 12 जनपथ स्थित बंगले (12 Janpath bungalow) को कोविंद के लिए तैयार किया जा रहा है और उनकी बेटी ने हाल में इस घर का निरीक्षण किया था.
शुरू में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को यह बंगला आवंटित किया गया था जो लुटियन्स दिल्ली के सबसे बड़े बंगलों में से एक है. बाद में वैष्णव को पृथ्वीराज रोड स्थित आवास आवंटित किया गया. एक सूत्र ने कहा, '12 जनपथ बंगला अभी तक आधिकारिक रूप से किसी को आवंटित नहीं किया गया है, उसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नए आशियाने के तौर पर तैयार किया जा रहा है जो इस पद पर अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद इसमें रहने आएंगे.' कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होने जा रहा है.
रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने एक नोटिस मिलने के बाद अप्रैल में इसे खाली कर दिया था. इसमें उनके पिता तीन दशक से अधिक समय तक रहे. इस बंगले का इस्तेमाल उनकी लोक जनशक्ति पार्टी की सांगठनिक बैठकों और अन्य संबंधित आयोजनों के लिए किया जाता था. रामविलास पासवान के निधन के बाद लोक जनशक्ति पार्टी चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच बंट गई.
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(पीटीआई-भाषा)