नई दिल्ली : मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार (Chief Election Commissioner Rajiv Kumar) ने कहा है कि दुनिया भर में चुनावी शुचिता धूमिल करने के लिए गढ़े जाने वाले फर्जी विमर्श समेत विभिन्न चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए चुनाव प्रबंधन संस्थाएं 'ए-वेब' जैसे मंचों के माध्यम से मिलकर काम कर सकती हैं. 'एसोसिएसन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज' (ए-वेब) के कार्यकारी बोर्ड की 11वीं बैठक में भाग लेते हुए उन्होंने इस बात पर जोर भी दिया कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में महत्वपूर्ण पहल करने और अहम योगदान देने वाले चुनाव प्रबंधन निकायों के लिए 'ए-वेब ग्लोबल अवार्ड' की शुरुआत की जानी चाहिए.
'ए-वेब' चुनाव प्रबंधन संस्थाओं का सबसे बड़ा वैश्विक संगठन है. कोलंबिया के राष्ट्रीय नागरिक पंजी द्वारा 'क्षेत्रीय चुनावों की चुनौतियों पर वैश्विक दृष्टिकोण' विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन भी किया जा रहा है. निर्वाचन आयोग के बयान के मुताबिक, चर्चा के दौरान कुमार ने कहा कि 'ए-वेब' चुनाव प्रबंधन संस्थाओं के बीच सहयोग को लेकर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है ताकि वे एक दूसरे के अनुभवों और चलन से सीख सकें.
उनका कहना था कि चुनावी शुचिता धूमिल करने के मकसद से गढ़े जाने वाले फर्जी विमर्श समेत विभिन्न चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए चुनाव प्रबंधन संस्थाएं 'ए-वेब' जैसे मंचों के माध्यम से मिलकर काम कर सकती है. कार्यकारी बोर्ड की बैठक में ए-वेब की ओर से 2023-24 के दौरान आगे बढ़ाए जाने वाले कार्यक्रमों और गतिविधियों समेत कई एजेंडे पर चर्चा की गई. बता दें कि विश्व चुनाव निकायों का संघ दुनिया भर में चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) का सबसे बड़ा संघ है, जिसमें 119 ईएमबी सदस्य और 20 क्षेत्रीय संघ/संगठन सहयोगी सदस्य हैं. वहीं 13 जुलाई, 2023 को नेशनल सिविल रजिस्ट्री, कोलंबिया द्वारा 'क्षेत्रीय चुनाव 2023 की चुनौतियों पर एक वैश्विक दृष्टिकोण' विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित किया जा रहा है.
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(एक्सट्रा इनपुट-भाषा)