नई दिल्ली: आतंकवादियों के द्वारा जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में दो गैर-स्थानीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या करने और एक अन्य को घायल करने की घटना पर राजनीतिक हलचल भी तेज हो गयी है.
शिव सेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति चिंताजनक है। बिहारी प्रवासियों, कश्मीरी पंडितों, सिखों को निशाना बनाया जा रहा है... जब पाकिस्तान की बात होती है, तो आप सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं. फिर, यह चीन के लिए भी किया जाना चाहिए... रक्षा मंत्री या गृह मंत्री को देश को बताना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की स्थिति क्या है?
बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने कहा कि आतंकियों ने हद पार करने की हिमाकत की है. देश की सेना उसे बख्शेगी नहीं. जम्मू- कश्मीर में बिहार के मजदूरों की हत्या आतंकियों की कायराना हरकत है. मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.
लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि बिहार का बेटा कश्मीर में मारा जा रहा है. आजीविका कमाने गया था, मौत मिली। जहां सुरक्षा का खतरा है वहां बिहार के लोगों को क्यों जाना पड़ा, क्योंकि बिहार में काम नहीं है ? नीतीश जी से सवाल है- अगर बिहार में रोजगार होता तो क्या कश्मीर में आतंकियों की गोली का निशाना बनना पड़ता ?
एक अन्य ट्वीट में उन्होने जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल को पत्र लिखने का जिक्र किया है. उन्होने ट्वीट किया कि कश्मीर में रोजी रोजगार के लिए बिहार से जाने वाले प्रवासी बिहारियों की सुरक्षा के इंतजामों के प्रबंध के लिए जम्मू-कश्मीर के महामहिम उप-राज्यपाल से पत्र लिखकर निवेदन किया.
वाईस प्रेसिडेंट जेकेएनसी( jknc) उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, दूसरे दिन घाटी से एक और बुरी खबर है. दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में एक आतंकी हमले में गैर-स्थानीय दोनों नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मैं इस हमले की निंदा करता हूं और राजा और जोगिंदर रेशी देव की आत्मा के लिए प्रार्थना करता हूं.
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, क्या कश्मीर में गैर-मुसलमानों की हत्या, बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या और पुंछ में बड़े पैमाने पर घुसपैठ में नौ जवानों की मौत के बीच कोई संबंध है? शायद ऐसा है. दक्षिण एशिया में एक बड़ा इस्लामवादी एजेंडा काम कर रहा है.