नई दिल्ली : बंगाल में जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं राजनीतिक हिंसा के मामले बढ़ते जा रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक खुफिया ब्यूरो ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) को सौंपी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता पश्चिम बंगाल में ज्यादा खतरे में हैं. इसी के चलते पिछले दो हफ्तों में लगभग 33 वीआईपी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) सुरक्षा प्रदान की गई है, जिसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी शामिल हैं. जिन्हें अब पश्चिम बंगाल में पोल-बाउंडेड सीआरपीएफ कवर मिला है.
अधिकारियों के अनुसार, नित्यानंद राय के चुनाव प्रचार के दौरान उनकी 8-10 सीआरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे. हालांकि अन्य राज्यों में उन्हें राज्य के अधिकारियों द्वारा सुरक्षा दी जाएगी. केंद्रीय सूची में नित्यानंद राय को जेड श्रेणी की सुरक्षा है. भाजपा ने उन्हें पश्चिम बंगाल में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया है.
एक्स श्रेणी की सुरक्षा जिन नेताओं को मिली है उनमें प्रबीर घोषाल, पार्थ चटर्जी, डॉ. रथिन चक्रवर्ती, चंद्रशेखर बनर्जी, गौतम रॉय, स्नेहाशीस भौमिक, प्रणब बसु, नित्यानंद चटर्जी, तपन दत्ता, सुभाष सरकार, तापसी मंडल, अशोक कुमार, दीपक हलधर, सुकरा मुंडा, दशरथ हैं.
टीएमसी से भाजपा में आए शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी को भी सीआरपीएफ का जेड-श्रेणी सुरक्षा कवच प्रदान किया गया है.
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ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआर एंड डी) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार पश्चिम बंगाल ने 2019 में 3,142 वीआईपी को सुरक्षा प्रदान की गई थी, जो सभी राज्यों में सबसे अधिक है.
2019 में सुरक्षा में तैनात पुलिसवालों का आंकड़ा
बीपीआर एंड डी की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में समान कर्तव्य के लिए 63,061 पुलिसकर्मियों की तुलना में 2019 में 19,467 मंत्रियों, सांसदों, न्यायाधीशों, नौकरशाहों और अन्य हस्तियों की सुरक्षा के लिए 66,043 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे.