नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने कंझावला हिट एंड रन मामले में इलाके के करीब 300 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है. पुलिस ने बताया कि वह आरोपी के कार से एकत्रित खून के नमूने को मृतक के परिजन से मिलान करेगा. न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया है कि हम कार की स्कूटी से टक्कर वाला सीसीटीवी फुटेज खोज रहे हैं. इसी की खोज को लेकर करीब 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया है. इससे हमें घटनाओं को स्थापित करने में मदद मिलेगी. (Police collected over 300 CCTV footage in Delhi Kanjhawala case)
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने कार से खून के नमूने इकट्ठे किए हैं. इस नमूने को अंजलि के परिजन से मिलान किया जाएगा. इससे वैज्ञानिक तरीके से पता चल पाएगा कि वह किस तरह कार की चपेट में आई. उन्होंने बताया कि आरोपियों को इसकी जानकारी थी कि अंजलि उसके कार के नीचे आ गई थी. कार में सवार आरोपियों ने उसको बाहर नहीं निकाला क्योंकि आरोपियों को डर था कि अगर वे कार से उतरे और बाहर निकालते किसी ने देख लिया तो वे कानूनी पचड़े में पड़ सकते हैं.
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस की पूछताछ में आरोपी असमंजस की स्थिति में थे. उनके बयानों में भी कई विरोधाभास थे. इसलिए इसकी कई कोणों से जांच की जा रही है. सभी छह आरोपियों को सोमवार को रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अंकुश इस मामले का सातवां आरोपी था, जिसे कोर्ट ने जमानत दे दी थी. अंकुश पर आरोप था कि उसने एक ऑटो की व्यवस्था की थी ताकि सभी आरोपी फरार हो सके.
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क्या है मामलाः बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में नए साल के जश्न के बीच 23 साल की अंजलि की दर्दनाक हो गई थी. आरोप है कि स्कूटी सवार अंजलि को एक कार ने पहले टक्कर मारी, फिर उसे 12 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में कार सवार पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. बाद में दो और आरोपियों का नाम सामने आया. वहीं अंजलि की सहेली निधि का भी नाम सामने आया था. पुलिस ने उससे भी पूछताछ की है. बता दें, घटना के बाद पकड़े गए सात लोगों को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. इसमें से एक को कोर्ट ने जमानत दे दी है.
(इनपुटः ANI)
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