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Watch : एनएलसी के खिलाफ प्रदर्शन ने लिया हिंसक रूप, हिरासत में लिए गए पूर्व केंद्रीय मंत्री - नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन

तमिलनाडु में नेवेली लिग्नाइट कॉरपोरेशन (एनएलसी) के कृषि भूमि का अधिग्रहण किए जाने के खिलाफ पत्ताली मक्कल कॉची (पीएमके) पार्टी के प्रदर्शन ने शुक्रवार को हिंसक रूप ले लिया. 21 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

NLC land acquisition issue
एनएलसी के खिलाफ प्रदर्शन ने लिया हिंसक रूप
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Published : Jul 28, 2023, 8:48 PM IST

Updated : Jul 28, 2023, 10:44 PM IST

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कुड्डालोर: नेवेली में पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प होने से तनाव बढ़ गया. पीएमके नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. अंबुमणि रामदास को हिरासत में ले लिया गया. यह घटना क्षेत्र में नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन (एनएलसी) इंडिया लिमिटेड द्वारा आर्द्रभूमि के अधिग्रहण के खिलाफ पीएमके द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान सामने आई.

डॉ. अंबुमणि द्वारा प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने और एनएलसी के मुख्य द्वार पर धरने का नेतृत्व करने का प्रयास करने के बाद स्थिति बिगड़ गई. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे, लेकिन आंदोलनकारियों ने दंगा नियंत्रण वाहनों पर प्लास्टिक की बोतलें और पत्थर फेंके.

जब पुलिस ने डॉ. अंबुमणि को हिरासत में लेने के लिए हस्तक्षेप किया, तो गुस्साए पीएमके कार्यकर्ताओं के एक समूह ने दो पुलिस वाहनों की विंडशील्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया और अधिकारियों के साथ झड़प की. उन्होंने सड़क पर बैरिकेड्स लगाकर डॉ. अंबुमणि और पार्टी कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहन को घटनास्थल से जाने से भी रोका.

बढ़ती स्थिति के जवाब में, दंगा नियंत्रण वाहनों को तैनात किया गया और पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया. नेवेली में दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कारणों से बंद करना पड़ा. इस हिंसा में 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चूंकि वे लगातार आंदोलन कर रहे थे, इसलिए उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को पानी की बौछार करनी पड़ी, आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हल्का बल प्रयोग भी किया गया.

हालांकि, अंबुमणि ने दावा किया कि विरोध शांतिपूर्ण तरीके से हुआ और पुलिस की ओर से लाठीचार्ज करने से पार्टी के कुछ सदस्य घायल हो गए हैं.

वहीं, एनएलसी कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि वर्तमान में कोई नई भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जा रहा है और कंपनी केवल एनएलसी की खदानों में बाढ़ को रोकने के लिए नहर मोड़ने के काम में शामिल है.

ये भी पढ़ें- मंत्री सेंथिल बालाजी की SC में दलील : 'पुलिस अफसर नहीं हैं ईडी के अधिकारी, गिरफ्तार नहीं कर सकते'

(एक्स्ट्रा इनपुट एजेंसी)

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कुड्डालोर: नेवेली में पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प होने से तनाव बढ़ गया. पीएमके नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. अंबुमणि रामदास को हिरासत में ले लिया गया. यह घटना क्षेत्र में नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन (एनएलसी) इंडिया लिमिटेड द्वारा आर्द्रभूमि के अधिग्रहण के खिलाफ पीएमके द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान सामने आई.

डॉ. अंबुमणि द्वारा प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने और एनएलसी के मुख्य द्वार पर धरने का नेतृत्व करने का प्रयास करने के बाद स्थिति बिगड़ गई. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे, लेकिन आंदोलनकारियों ने दंगा नियंत्रण वाहनों पर प्लास्टिक की बोतलें और पत्थर फेंके.

जब पुलिस ने डॉ. अंबुमणि को हिरासत में लेने के लिए हस्तक्षेप किया, तो गुस्साए पीएमके कार्यकर्ताओं के एक समूह ने दो पुलिस वाहनों की विंडशील्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया और अधिकारियों के साथ झड़प की. उन्होंने सड़क पर बैरिकेड्स लगाकर डॉ. अंबुमणि और पार्टी कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहन को घटनास्थल से जाने से भी रोका.

बढ़ती स्थिति के जवाब में, दंगा नियंत्रण वाहनों को तैनात किया गया और पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया. नेवेली में दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कारणों से बंद करना पड़ा. इस हिंसा में 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चूंकि वे लगातार आंदोलन कर रहे थे, इसलिए उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को पानी की बौछार करनी पड़ी, आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हल्का बल प्रयोग भी किया गया.

हालांकि, अंबुमणि ने दावा किया कि विरोध शांतिपूर्ण तरीके से हुआ और पुलिस की ओर से लाठीचार्ज करने से पार्टी के कुछ सदस्य घायल हो गए हैं.

वहीं, एनएलसी कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि वर्तमान में कोई नई भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जा रहा है और कंपनी केवल एनएलसी की खदानों में बाढ़ को रोकने के लिए नहर मोड़ने के काम में शामिल है.

ये भी पढ़ें- मंत्री सेंथिल बालाजी की SC में दलील : 'पुलिस अफसर नहीं हैं ईडी के अधिकारी, गिरफ्तार नहीं कर सकते'

(एक्स्ट्रा इनपुट एजेंसी)

Last Updated : Jul 28, 2023, 10:44 PM IST
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