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PM To Visit Pune Today : पीएम मोदी ने पुणे मेट्रो के कुछ खंडों का किया उद्घाटन, ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी - छत्रपति शिवाजी महाराज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुणे मेट्रो के पूर्ण हो चुके खंडों के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेनों को झंडी दिखाई. कुछ मेट्रो स्टेशनों की रूपरेखा छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर बनाई गई है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित मकानों को लाभार्थियों को सुपुर्द किया. इस दौरान उन्होंने अपशिष्‍ट से ऊर्जा संयंत्र का भी उद्घाटन किया. पढ़ें पूरी खबर....

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Published : Aug 1, 2023, 10:23 AM IST

Updated : Aug 1, 2023, 7:49 PM IST

पुणे : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को महाराष्ट्र के दौरे पर है. पुणे में पीएम मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर उन्होंने पुणे मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के पूर्ण हो चुके खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेनों को झंडी दिखाई. इस अवसर पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित दादा पवार भी मंच पर उपस्थित रहे. पीएम मोदी ने मंगलवार को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार ग्रहण करते हुए कहा कि एक-दूसरे पर भरोसा ही देश को मजबूत बनाएगा.

पीएम मोदी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि अगर अविश्वास का माहौल है तो विकास असंभव है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के साथ मंच साझा किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकमान्य तिलक स्वतंत्र प्रेस के महत्व का समझते थे. उन्होंने कहा, "उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम की दिशा बदल दी. अंग्रेजों ने उन्हें भारतीय अशांति का जनक कहा था." उन्होंने कहा कि वह लोकमान्य तिलक के नाम पर पुरस्कार पाकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रिम कतार में थे.

लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित पीएम मोदी
लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, "अगर विदेशी आक्रमणकारियों के नाम पर रखी गई चीजों का नाम बदल दिया जाता है तो आज कुछ लोग असहज हो जाते हैं. लोकमान्य तिलक में युवा प्रतिभाओं की पहचान करने की अनूठी क्षमता थी. वीर सावरकर इसका एक उदाहरण थे." उन्होंने कहा कि तिलक को वीर सावरकर की क्षमता का एहसास हुआ और उन्होंने विदेश में उनकी शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. जब किसी पुरस्कार का नाम लोकमान्य तिलक के नाम पर रखा जाता है तो जिम्मेदारी बढ़ जाती है." प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में पुणे के योगदान की भी सराहना की. इस अवसर पर पवार ने कहा कि भारत में पहली सर्जिकल स्ट्राइक छत्रपति शिवाजी के कार्यकाल में हुई थी. राकांपा नेता ने कहा कि देश ने दो युग देखे हैं- एक तिलक का और दूसरा महात्मा गांधी का.

कर्नाटक, राजस्थान की कांग्रेस सरकारों की आलोचना: पीएम मोदी ने कर्नाटक और राजस्थान में विकास के अभाव को लेकर कांग्रेस सरकारों की आलोचना की. उन्होंने कहा, "कर्नाटक सरकार ने स्वीकार किया है कि उसके पास बेंगलुरु के विकास के लिए धन नहीं है. राजस्थान में भी यही स्थिति है, जहां राज्य भारी कर्ज में डूबा हुआ है और विकास परियोजनाएं रुकी हुई हैं." उन्होंने कहा, "बेंगलुरु वैश्विक निवेशकों का केंद्र और एक आईटी हब है, लेकिन राज्य सरकार की घोषणा के दुष्परिणाम इतने कम समय में वहां देखने को मिल रहे हैं. अगर कोई पार्टी अपने स्वार्थ के लिए राज्य का खजाना खाली कर देती है, तो इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है. हम राजस्थान में भी यही स्थिति देख रहे हैं. वहां विकास कार्य ठप हैं."

  • #WATCH | On one side we can see development happening in Pune and on the other side we can see what is happening in Bengaluru...Bengaluru is a prominent IT hub, there should have been fast-paced development but a govt was formed there, by giving big announcements and now, within… pic.twitter.com/bhBJX7yLBg

    — ANI (@ANI) August 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने सुबह लगभग 11 बजे दगडूशेठ मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकमान्य तिलक को पुष्पांजलि अर्पित की. उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के पूर्ण हो चुके खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेनों को झंडी दिखाई. ये खंड फुगेवाड़ी स्टेशन से सिविल कोर्ट स्टेशन और गरवारे कॉलेज स्टेशन से रूबी हॉल क्लिनिक स्टेशन तक हैं. प्रधानमंत्री ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला भी रखी थी. नए खंड पुणे शहर के महत्वपूर्ण स्थानों जैसे शिवाजी नगर, सिविल कोर्ट, पुणे नगर निगम कार्यालय, पुणे आरटीओ और पुणे रेलवे स्टेशन को जोड़ेंगे.

  • " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">

स्टेशनों पर छत्रपति शिवाजी महाराज की झलक : इस रूट पर कुछ मेट्रो स्टेशनों की रूपरेखा छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर बनाई गई है. छत्रपति संभाजी उद्यान मेट्रो स्टेशन और डेक्कन जिमखाना मेट्रो स्टेशनों की एक अनूठी रूपरेखा है जो छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिकों द्वारा पहने जाने वाले हेडगियर से मिलती-जुलती है, जिसे 'मावला पगाड़ी' भी कहा जाता है. शिवाजी नगर भूमिगत मेट्रो स्टेशन की एक विशिष्ट रूपरेखा है जो छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा निर्मित किलों की याद दिलाती है.

  • #WATCH महाराष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। pic.twitter.com/Tl247mjj0E

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) August 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

देश के सबसे गहरे मेट्रो स्टेशनों में से एक : एक और अनूठी विशेषता यह है कि सिविल कोर्ट मेट्रो स्टेशन देश के सबसे गहरे मेट्रो स्टेशनों में से एक है, जिसमें 33.1 मीटर का सबसे गहरा बिंदु है. स्टेशन की छत को इस तरह से बनाया गया है कि सीधी धूप प्लेटफॉर्म पर पड़े.

अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन : प्रधानमंत्री पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम (पीसीएमसी) के तहत अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया. लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से विकसित, यह बिजली का उत्पादन करने के लिए सालाना लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन अपशिष्‍ट का उपयोग करेगा.

  • " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">

प्रधानमंत्री पीसीएमसी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित 1280 से अधिक घरों को सुपुर्द किया. उन्होंने पुणे नगर निगम द्वारा निर्मित 2650 से अधिक पीएमएवाई घरों को भी सुपुर्द किया. इसके अतिरिक्‍त, प्रधानमंत्री पीसीएमसी द्वारा निर्मित किए जाने वाले लगभग 1190 पीएमएवाई घरों और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित 6400 से अधिक घरों की आधारशिला भी रखी.

पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए पीएम मोदी, कहा- देश में अब ट्रस्ट सरप्लस
इससे पहले मंगलवार को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने पर आज पुणे में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह मेरे लिए एक यादगार पल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की आजादी में लोकमान्य तिलक की भूमिका, उनके योगदान को कुछ घटनाओं और शब्दों में समेटा नहीं जा सकता.

आज लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने पुरस्कार राशि नमामि गंगे परियोजना को दान करने का फैसला किया है. मैं इस पुरस्कार को देश के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करना चाहता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि देश कुछ समय पहले ट्रस्ट डेफिसिट में चल रहा था जो अब ट्रस्ट सरप्लस में बदल गया है. उन्होंने कहा कि अब हम अमृत काल को कर्तव्य काल के रूप में देख रहे हैं.

इससे पहले, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि व्यवस्था निर्माण से संस्था निर्माण', 'व्यवस्था निर्माण से व्यक्ति निर्माण', 'व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण' की दृष्टि राष्ट्र निर्माण के लिए एक रोडमैप की तरह काम करती है. भारत आज इस रोडमैप का पूरी लगन से पालन कर रहा है. इससे पहले महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है जब दूसरे देशों के नेता उनका (पीएम मोदी) ऑटोग्राफ लेते हैं और उनका सम्मान करते हैं. कोई उन्हें बॉस कहता है तो कोई उनके पैर छूता है.

इस कार्यक्रम में पवार को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. इससे पहले उन्होंने मंगलवार को लोकमान्य तिलक को उनकी 103वीं पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा गया कि मैं लोकमान्य तिलक को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.

  • I pay homage to Lokmanya Tilak on his Punya Tithi. I will be in Pune today, where I will accept the Lokmanya Tilak National Award. I am indeed humbled that I have been conferred this award which is closely associated with the work of such a great personality of our history.

    — Narendra Modi (@narendramodi) August 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

किन-किन लोगों को मिल चुका है लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार : प्रधानमंत्री को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. लोकमान्य तिलक की विरासत का सम्मान करने के लिए 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस पुरस्कार का गठन किया गया था. यह पुरस्कार उन लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए काम किया है और जिनके योगदान को केवल उल्लेखनीय और असाधारण के रूप में देखा जा सकता है.

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यह प्रत्‍येक वर्ष 1 अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि पर प्रदान किया जाता है. प्रधानमंत्री इस पुरस्कार के 41वें प्राप्तकर्ता हैं. इससे पहले, यह पुरस्कार डॉ. शंकर दयाल शर्मा, प्रणब मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह, एन. आर. नारायणमूर्ति, डॉ. ई. श्रीधरन जैसे विख्‍यात व्‍यक्तियों को प्रदान किया जा चुका है.

(इनपुट एजेंसियां)

पुणे : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को महाराष्ट्र के दौरे पर है. पुणे में पीएम मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर उन्होंने पुणे मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के पूर्ण हो चुके खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेनों को झंडी दिखाई. इस अवसर पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित दादा पवार भी मंच पर उपस्थित रहे. पीएम मोदी ने मंगलवार को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार ग्रहण करते हुए कहा कि एक-दूसरे पर भरोसा ही देश को मजबूत बनाएगा.

पीएम मोदी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि अगर अविश्वास का माहौल है तो विकास असंभव है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के साथ मंच साझा किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकमान्य तिलक स्वतंत्र प्रेस के महत्व का समझते थे. उन्होंने कहा, "उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम की दिशा बदल दी. अंग्रेजों ने उन्हें भारतीय अशांति का जनक कहा था." उन्होंने कहा कि वह लोकमान्य तिलक के नाम पर पुरस्कार पाकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रिम कतार में थे.

लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित पीएम मोदी
लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, "अगर विदेशी आक्रमणकारियों के नाम पर रखी गई चीजों का नाम बदल दिया जाता है तो आज कुछ लोग असहज हो जाते हैं. लोकमान्य तिलक में युवा प्रतिभाओं की पहचान करने की अनूठी क्षमता थी. वीर सावरकर इसका एक उदाहरण थे." उन्होंने कहा कि तिलक को वीर सावरकर की क्षमता का एहसास हुआ और उन्होंने विदेश में उनकी शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. जब किसी पुरस्कार का नाम लोकमान्य तिलक के नाम पर रखा जाता है तो जिम्मेदारी बढ़ जाती है." प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में पुणे के योगदान की भी सराहना की. इस अवसर पर पवार ने कहा कि भारत में पहली सर्जिकल स्ट्राइक छत्रपति शिवाजी के कार्यकाल में हुई थी. राकांपा नेता ने कहा कि देश ने दो युग देखे हैं- एक तिलक का और दूसरा महात्मा गांधी का.

कर्नाटक, राजस्थान की कांग्रेस सरकारों की आलोचना: पीएम मोदी ने कर्नाटक और राजस्थान में विकास के अभाव को लेकर कांग्रेस सरकारों की आलोचना की. उन्होंने कहा, "कर्नाटक सरकार ने स्वीकार किया है कि उसके पास बेंगलुरु के विकास के लिए धन नहीं है. राजस्थान में भी यही स्थिति है, जहां राज्य भारी कर्ज में डूबा हुआ है और विकास परियोजनाएं रुकी हुई हैं." उन्होंने कहा, "बेंगलुरु वैश्विक निवेशकों का केंद्र और एक आईटी हब है, लेकिन राज्य सरकार की घोषणा के दुष्परिणाम इतने कम समय में वहां देखने को मिल रहे हैं. अगर कोई पार्टी अपने स्वार्थ के लिए राज्य का खजाना खाली कर देती है, तो इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है. हम राजस्थान में भी यही स्थिति देख रहे हैं. वहां विकास कार्य ठप हैं."

  • #WATCH | On one side we can see development happening in Pune and on the other side we can see what is happening in Bengaluru...Bengaluru is a prominent IT hub, there should have been fast-paced development but a govt was formed there, by giving big announcements and now, within… pic.twitter.com/bhBJX7yLBg

    — ANI (@ANI) August 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने सुबह लगभग 11 बजे दगडूशेठ मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकमान्य तिलक को पुष्पांजलि अर्पित की. उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के पूर्ण हो चुके खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेनों को झंडी दिखाई. ये खंड फुगेवाड़ी स्टेशन से सिविल कोर्ट स्टेशन और गरवारे कॉलेज स्टेशन से रूबी हॉल क्लिनिक स्टेशन तक हैं. प्रधानमंत्री ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला भी रखी थी. नए खंड पुणे शहर के महत्वपूर्ण स्थानों जैसे शिवाजी नगर, सिविल कोर्ट, पुणे नगर निगम कार्यालय, पुणे आरटीओ और पुणे रेलवे स्टेशन को जोड़ेंगे.

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स्टेशनों पर छत्रपति शिवाजी महाराज की झलक : इस रूट पर कुछ मेट्रो स्टेशनों की रूपरेखा छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर बनाई गई है. छत्रपति संभाजी उद्यान मेट्रो स्टेशन और डेक्कन जिमखाना मेट्रो स्टेशनों की एक अनूठी रूपरेखा है जो छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिकों द्वारा पहने जाने वाले हेडगियर से मिलती-जुलती है, जिसे 'मावला पगाड़ी' भी कहा जाता है. शिवाजी नगर भूमिगत मेट्रो स्टेशन की एक विशिष्ट रूपरेखा है जो छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा निर्मित किलों की याद दिलाती है.

  • #WATCH महाराष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। pic.twitter.com/Tl247mjj0E

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) August 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

देश के सबसे गहरे मेट्रो स्टेशनों में से एक : एक और अनूठी विशेषता यह है कि सिविल कोर्ट मेट्रो स्टेशन देश के सबसे गहरे मेट्रो स्टेशनों में से एक है, जिसमें 33.1 मीटर का सबसे गहरा बिंदु है. स्टेशन की छत को इस तरह से बनाया गया है कि सीधी धूप प्लेटफॉर्म पर पड़े.

अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन : प्रधानमंत्री पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम (पीसीएमसी) के तहत अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया. लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से विकसित, यह बिजली का उत्पादन करने के लिए सालाना लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन अपशिष्‍ट का उपयोग करेगा.

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प्रधानमंत्री पीसीएमसी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित 1280 से अधिक घरों को सुपुर्द किया. उन्होंने पुणे नगर निगम द्वारा निर्मित 2650 से अधिक पीएमएवाई घरों को भी सुपुर्द किया. इसके अतिरिक्‍त, प्रधानमंत्री पीसीएमसी द्वारा निर्मित किए जाने वाले लगभग 1190 पीएमएवाई घरों और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित 6400 से अधिक घरों की आधारशिला भी रखी.

पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए पीएम मोदी, कहा- देश में अब ट्रस्ट सरप्लस
इससे पहले मंगलवार को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने पर आज पुणे में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह मेरे लिए एक यादगार पल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की आजादी में लोकमान्य तिलक की भूमिका, उनके योगदान को कुछ घटनाओं और शब्दों में समेटा नहीं जा सकता.

आज लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने पुरस्कार राशि नमामि गंगे परियोजना को दान करने का फैसला किया है. मैं इस पुरस्कार को देश के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करना चाहता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि देश कुछ समय पहले ट्रस्ट डेफिसिट में चल रहा था जो अब ट्रस्ट सरप्लस में बदल गया है. उन्होंने कहा कि अब हम अमृत काल को कर्तव्य काल के रूप में देख रहे हैं.

इससे पहले, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि व्यवस्था निर्माण से संस्था निर्माण', 'व्यवस्था निर्माण से व्यक्ति निर्माण', 'व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण' की दृष्टि राष्ट्र निर्माण के लिए एक रोडमैप की तरह काम करती है. भारत आज इस रोडमैप का पूरी लगन से पालन कर रहा है. इससे पहले महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है जब दूसरे देशों के नेता उनका (पीएम मोदी) ऑटोग्राफ लेते हैं और उनका सम्मान करते हैं. कोई उन्हें बॉस कहता है तो कोई उनके पैर छूता है.

इस कार्यक्रम में पवार को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. इससे पहले उन्होंने मंगलवार को लोकमान्य तिलक को उनकी 103वीं पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा गया कि मैं लोकमान्य तिलक को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.

  • I pay homage to Lokmanya Tilak on his Punya Tithi. I will be in Pune today, where I will accept the Lokmanya Tilak National Award. I am indeed humbled that I have been conferred this award which is closely associated with the work of such a great personality of our history.

    — Narendra Modi (@narendramodi) August 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

किन-किन लोगों को मिल चुका है लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार : प्रधानमंत्री को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. लोकमान्य तिलक की विरासत का सम्मान करने के लिए 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस पुरस्कार का गठन किया गया था. यह पुरस्कार उन लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए काम किया है और जिनके योगदान को केवल उल्लेखनीय और असाधारण के रूप में देखा जा सकता है.

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यह प्रत्‍येक वर्ष 1 अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि पर प्रदान किया जाता है. प्रधानमंत्री इस पुरस्कार के 41वें प्राप्तकर्ता हैं. इससे पहले, यह पुरस्कार डॉ. शंकर दयाल शर्मा, प्रणब मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह, एन. आर. नारायणमूर्ति, डॉ. ई. श्रीधरन जैसे विख्‍यात व्‍यक्तियों को प्रदान किया जा चुका है.

(इनपुट एजेंसियां)

Last Updated : Aug 1, 2023, 7:49 PM IST
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